उत्तर प्रदेश के मेरठ में जाकिर कॉलोनी में तीन मंजिला मकान गिरने से दस लोगों की मौत हो गई. सूचना विभाग के अनुसार, मलबे में फंसे सभी 15 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है, जिनमें से 10 की शनिवार को मौत हो गई.
मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि जाकिर कॉलोनी इलाके में शनिवार शाम करीब 4:30 बजे हुई. परिवार और रिश्तेदारों ने बताया कि घर के मलबे में 15 लोग फंसे थे. सभी 15 लोगों को बचा लिया गया है, जिनमें से 10 की मौत हो गई है और 5 का इलाज चल रहा है. इलाके को सील कर दिया गया है और मलबा हटाया जा रहा है. जब तक मलबे में किसी इंसान के होने की संभावना नहीं मिल जाती, तब तक बचाव अभियान जारी रहेगा.
घटनास्थल पर वरिष्ठ आधिकारी
अधिकारियों ने बताया कि यह घटना शनिवार शाम को हुई जिसकी जानकारी तत्काल आपात सेवाओं को दी गई. बचाव अभियान की निगरानी के लिए मेरठ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) डी के ठाकुर, मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे, पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) नचिकेता झा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. विपिन ताडा समेत वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे.
काफी पुराना था घर
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल, दमकल विभाग और पुलिस की टीम मलबे से लोगों को निकालने का प्रयास कर रही है. डीएम ने बताया कि यह हादसा शनिवार को लोहिया नगर क्षेत्र के जाकिर कॉलोनी में हुआ. घर में एक ही परिवार के 15 लोग मौजूद थे. घर काफी पुराना था और लगातार हो रही भारी बारिश का मकान पर काफी प्रभाव पड़ा.
जांच के बाद पता चलेगी हादसे की वजह
तेज धमाके के साथ तीन मंजिला मकान अचानक जमीदोंज हो गया. मकान के ग्राउंड फ्लोर पर डेयरी संचालित थी. इस हादसे में दर्जनों मवेशी भी मलबे में दब गए. जांच के बाद ही हादसे की सही वजहों का पता चल पाएगा. मकान के मालिक की पहचान अलाउद्दीन के रूप में हुई है. वह इमारत में डेयरी चलाता था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान
इस हादसे का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान लिया है. उन्होंने अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने घायलों के इलाज के भी निर्देश दिए हैं.