खाड़ी देशों से तस्करी के रास्ते आ रहे सोने की बड़ी खेप कस्टम विभाग की प्रवर्तन इकाई ने पकड़ी। चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से कस्टम अधिकारियों ने 7.39 किलो सोना सीज किया, जिसकी कीमत 4.57 करोड़ रुपये है। मस्कट की फ्लाइट से गोल्ड पेस्ट के रूप में लाया गया था। यात्री ने अंडरगारमेंट्स में छुपाया था। पिछले दस महीने में अकेले लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट से ही करीब 10 करोड़ रुपये का सोना सीज किया जा चुका है।
सोने के अंतर्राष्ट्रीय भाव और भारत में भाव के बीच बड़े अंतर की वजह जमकर तस्करी हो रही है। दुबई में एक किलो सोना करीब 53 लाख रुपये का है जबकि भारत में कीमत लगभग 62 लाख रुपये किलो है। यानी एक किलो सोने की कीमत में नौ लाख रुपये किलो का अंतर है। इसी लालच में दुबई, मस्कट और शारजाह से सोने की तस्करी बढ़ी है।
सोमवार को लखनऊ एयरपोर्ट से बरामद तस्करी के सोने की ये सबसे बड़ी खेप बताई जा रही है। इससे पहले फरवरी में वाराणसी एयरपोर्ट से 1.22 करोड़ रुपये का सोना पेस्ट के रूप में पकड़ा गया था जो शारजाह से लाया जा रहा था। फिर 10 लाख और 20 अक्टूबर को 34 लाख का सोना पकड़ा गया। अगस्त में 36 लाख के गोल्ड बार सीज किये गए।
वाराणसी में शारजाह से आ रहा 27 लाख और लखनऊ में 11 लाख का सोना कस्टम अधिकारियों से पकड़ा था। जुलाई में लखनऊ एयरपोर्ट से 1.21 करोड़ रुपये का सोना गोल्ड बार के रूप में बरामद करने में सफलता मिली थी। फिर पेस्ट के रूप में 21 लाख के सोने की एक खेप और पकड़ी गई। इस तरह के कम से कम पांच मामले और कस्टम अधिकारियों ने पकड़े।
सिगरेट की तस्करी का भी लखनऊ एयरपोर्ट बड़ा गढ़ रहा है। तीन साल पहले इंटरनेशनल ब्रांड की छह लाख सिगरेट सीज की गई थीं, जिसकी कीमत 96 लाख रुपये थी। इसके दो महीने बाद एक बार फिर 1.16 लाख सिगरेट स्टिक पकड़ीं गई थीं, जिनकी कीमत 17 लाख रुपये थी। दुबई से लखनऊ फ्लाइट में सोने की बेहद पतली परतों को पकड़ा गया था। जिसकी कीमत 26 लाख रुपये थी।