संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा स्थित गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय की खेल परिषद ने नौवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में सफलतापूर्वक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें जीवन के सभी क्षेत्रों में योग के प्रति उत्साही लोगों ने भाग लिया। यह आयोजन शांत परिसर के मैदान में हुआ जिसमें छात्रों कमजोरियों और संकाय सदस्यों सहित विश्वविद्यालय समुदाय के प्रतिभागियों ने भाग लिया। सत्र का नेतृत्व योग प्रशिक्षक वैशाली ने किया। समारोह की शुरुआत एक स्पूर्थी दायक और शांत सूर्योदय योग सत्र के साथ हुई। जिसने दिन के लिए एक सामंजस्य पूर्ण स्वर स्थापित किया। फैकल्टी क्लब में एकत्रित हुए प्रतिभागी आरामदायक योग पोशाक पहने और अपनी मेट लेकर योग द्वारा प्रदान किए जाने वाले शारीरिक और मानसिक कायाकल्प का अनुभव करने के लिए उत्सुक थे।
इस कार्यक्रम में सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति देखी गई जिसमें प्रोफेसर आरके सिंहा कुलपति, रजिस्ट्रार डॉ विश्वास त्रिपाठी, उप कुलसचिव डॉ केके द्विवेदी, निर्देशक वर्ग डॉ विवेक मिश्रा, विश्वविद्यालय अनुसंधान समन्वयक डॉ दिनेश शर्मा और विश्वविद्यालय संकाय के सदस्य शामिल रहे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर आरके सिन्हा ने योग के अभ्यास को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय के प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त की, समग्र कल्याण को बनाए रखने में इसके महत्व पर जोर दिया। यह सत्र में विभिन्न आयु समूहो और कौशल इस तरह के प्रतिभागियों के लिए योग गतिविधियों की एक विविध श्रेणी समिति पारंपरिक हठयोग से ध्यान तक योग प्रशिक्षक वैशाली के विशेषज्ञ मार्गदर्शन में प्रतिभागियों को विभिन्न शैलियों और तकनीकी का पता लगाने का अवसर मिला। सत्रों ने उचित स्वास तकनीकों के महत्व के साथ-साथ नियमित योगाभ्यास से जुड़े शारीरिक और मानसिक लाभो पर जोर दिया।
इस अवसर पर बोलते हुए गौतम बुध विश्वविद्यालय के खेल परिषद के अध्यक्ष डॉ नागेंद्र सिंह ने आयोजन की सफलता में योगदान देने वाले सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने योग को एक समग्र अभ्यास के रूप में बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। जो सीमाओं को पार करता है और दुनिया के सभी कौनो से लोगों को जोड़ता है गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक कल्याण और आध्यात्मिक विकास के पोषण में योग की परिवर्तनकारी क्षमता के एक शक्तिशाली अनुस्मारक के रूप में कार्य किया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बीते साल के साथ शांति सद्भाव और आंतरिक संतुलन के संदेश को फैलाते हुए यह आयोजन पैमाने और महत्व में बढ़ता जा रहा है।