संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा में किसान और प्राधिकरण के बीच हुए समझौते के अनुसार किसानों को लाभ न दिए जाने से नाराज किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। किसानों का कहना है कि प्राधिकरण से 16 सितंबर को किसानों का समझौता हुआ था उसमें किसानों को कई प्रकार के लाभ दिए जाने का आश्वासन दिया गया था लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी किसानों को प्राधिकरण की तरफ से आश्वासन के रूप में दिए गए सभी लाभ नहीं दिए गए। इससे नाराज किसानों ने 21 जनवरी तक प्राधिकरण को वायदा पूरा करने का समय दिया है। किसानों ने कहा है कि अगर प्राधिकरण ने किसानों के सभी वायदे पूरे नहीं किया तो 22 जनवरी को दोबारा से बड़ी संख्या में प्राधिकरण कार्यालय पर आंदोलन किया जाएगा।
दरअसल, अखिल भारतीय किसान सभा की जिला कमेटी की बैठक किसान सभा के जैतपुर ऑफिस पर आयोजित की गई बैठक की अध्यक्षता बाबा नेतराम ने की। जहा किसान सभा के महासचिव जगबीर नंबरदार ने 26 दिसंबर को प्राधिकरण बोर्ड से पास में प्रस्तावों के संबंध में उपस्थित सदस्यों को अवगत कराया। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान सभा और प्राधिकरण के बीच 12 सितंबर को समझौता हुआ था जिसको लिखित में अंतिम रूप 16 सितंबर को दिया गया था। किसानों और प्राधिकरण के बीच में समझौते के तहत किसानों को जो लाभ देने का आश्वासन दिया गया था वह लाभ किसानों को नहीं दिए गए जिसके चलते यदि प्राधिकरण ने जल्द ही किसानों की मांगों को नहीं पूरा किया तो प्राधिकरण पर दोबारा से आंदोलन किया जाएगा।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि प्राधिकरण को अपने वादे के अनुसार 31 अक्टूबर तक बोर्ड में समझौते के दौरान किए गए प्रस्ताव पास कराने थे परंतु प्राधिकरण ने बोर्ड बैठक 2 महीने लेट कर दी। लोकसभा चुनाव में केवल 2 महीने बचे हैं चुनाव में ज्यादा वक्त नहीं है इसलिए प्राधिकरण को 10% आबादी प्लॉट के अनुमोदन के लिए 21 जनवरी तक का समय दिया जाता है यदि प्राधिकरण ने प्रस्ताव का अनुमोदन शासन से नहीं कराया तो किसान सभा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर अनिश्चितकालीन के लिए घेराव करेगी।
इस दौरान किसान सभा के महासचिव जगदीश नंबरदार ने कहा कि किसानो और प्राधिकरण के बीच 12 सितंबर को जो समझौता हुआ था उसके अनुसार किसानों को 10% आबादी प्लॉट, नई खरीद से प्रभावित किसानों को 20% विकसित प्लॉट रोजगार भूमिहीनों को वेंडिंग जोन में आरक्षण के लाभ दिए जाने का प्रस्ताव पास किया गया था। 10% आबादी प्लॉट एवं प्रोजेक्ट अफेक्टेड फैमिली के प्रस्ताव को शासन स्तर पर अनुमोदन के लिए भेजा गया है। यह किसानों से समझौते के अनुसार किए गए वादे अगर जल्द ही प्राधिकरण ने पूरे नहीं किए तो किस दोबारा से प्राधिकरण पर आंदोलन करेंगे।
बैठक के दौरान किसान सभा के युवा नेता प्रशांत भाटी ने जेवर टोल को किसानों के लिए फ्री करने के वास्ते आंदोलन करने का प्रस्ताव रखा जिसे सभी ने सर्वसम्मति से पास कर दिया। जेवर टोल का आंदोलन 10 जनवरी को किया जाएगा जिसमें हजारों की संख्या में किसान जेवर टोल का घेराव करेंगे। 10 जनवरी एवं 22 जनवरी को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर धरना प्रदर्शन घेराव के लिए किसान सभा गांव में जाकर तैयारी करेगी। किसान सभा की इस बैठक में भारी संख्या में महिलाओं सहित किसान मौजूद रहे।