नोएडा। कोतवाली सेक्टर-24 पुलिस ने परीक्षार्थी के स्थान पर यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा (UP Police Recruitment Exam) दे रहे आरोपी को गिरफ्तार किया है। वह सेक्टर-11 स्थित नेहरू इंटरनेशनल स्कूल में बने परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दे रहा था।
पुलिस ने शनिवार को आरोपी की गिरफ्तारी परीक्षा खत्म होने के कुछ मिनट पहले की। उसके पास से कूटरचित आधार कार्ड और प्रवेश पत्र समेत अन्य सामान बरामद हुआ है। आरोपी कोचिंग संचालक भी है।
सेक्टर-24 थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्त में आए आरोपी की पहचान जेवर के भानू कौशिक के रूप में हुई है। वह जेवर के ही योगेश सिंह के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। कुल चार लाख रुपये में भानू ने सौदा तय किया था। पूछताछ में भानू ने बताया कि उसने वर्ष 2017 में एक कोचिंग सेंटर ग्रेटर नोएडा के जगतफार्म में शुरू किया था, जो कोरोना काल में बंद हो गया था।
कोचिंग सेंटर बंद होने से भानू को काफी नुकसान हुआ, जिसके कारण वह आर्थिक तंगी से जूझने लगा। उसी दौरान उसकी पत्नी की डिलीवरी हुई थी, तब उसने योगेश से 95 हजार उधार लिया था। आर्थिक तंगी के कारण वह रुपये वापस नही कर पाया था।
उधारी माफ, बाद में तीन लाख और देने का वादा किया
परीक्षार्थी योगेश सिंह बीते दिनों भानू के पास आया और उसे अपनी जगह यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा देकर पास कराने के लिए कहा। योगेश ने कहा कि यदि वह उसकी परीक्षा पास करा देगा तो वह अपने 95 हजार रुपये वापस नहीं लेगा और तीन लाख रुपये अलग से भी देगा।
लालच में आने के बाद भानू ने इसके लिए हामी भर दी। इसके बाद दोनों ने योगेश सिंह के आधार कार्ड पर भानू का फोटो लगाकर फर्जी तरीके से तैयार कराया और शनिवार को उसकी जगह परीक्षा देने आया। इस मामले में पुलिस ने योगेश को भी आरोपी बनाया है।
भानू कराता है प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी
उसकी तलाश में पुलिस की एक टीम अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस को इस बात की भी जानकारी मिली है कि भानू वर्तमान में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कराता है और उसके पढ़ाए कई छात्रों ने प्रतियोगी परीक्षा पूर्व में पास भी की है। इसके अलावा अलग-अलग जगहों से कई अन्य संदिग्धों को परीक्षा में धांधली कराने और करने की आशंका के चलते हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
32 सेंटर पर शामिल हुए 60 हजार परीक्षार्थी
डीसीपी विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि जिले के 32 सेंटर पर शनिवार और रविवार को आयोजित हुई परीक्षा में करीब 60 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए। परीक्षा सकुशल समाप्त हुई। सभी सेंटरों के बाहर करीब 800 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। संबंधित अधिकारी भी नियमित अंतराल पर परीक्षा केंद्र का निरीक्षण करते रहे। कैमरों से भी संदिग्धों पर नजर रखी गई।