Arun Govil Lok Sabha Election: भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन में खूब माथापच्ची की है. पार्टी ने पुराने नेताओं पर भरोसा जताने के साथ नए चेहरों को भी मौका दिया है. भाजपा की लिस्ट में सिर्फ सियासी दिग्गज ही नहीं फिल्म और टीवी जगत के भी जानेमाने चेहरे शामिल हैं. हिमाचल में कंगना रनौत तो मेरठ में अरुण गोविल भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इससे पहले जब धारावाहिक की सीता दीपिका चिखलिया ने चुनाव लड़ा था तो उन्हें जनता जीत दिलाई थी. अब देखना यह है कि जब राम यानी अरुण गोविल चुनावी मैदान में हैं तो जनता उन्हें आशीर्वाद देगी या नहीं.
‘राम’ को भाजपा से टिकट
लोकप्रिय अभिनेता अरुण गोविल का नाम आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की उम्मीदवारों की लेटेस्ट लिस्ट में सामने आया है. लोकप्रिय टीवी धारावाहिक रामायण में राम की भूमिका निभाने वाले गोविल को मेरठ लोकसभा सीट से मैदान में उतारा गया है. याद दिला दें कि अरुण गोविल जनवरी में अयोध्या में भव्य राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल हुए थे. अरुण गोविल हाल ही में अनुराधा पौडवाल के साथ बीजेपी में शामिल हुए हैं. भाजपा ने मेरठ से बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल की जगह अरुण गोविल को चुना है. अग्रवाल 2009 से तीन बार मेरठ-हापुड़ निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य के रूप में चुने गए थे.
33 साल पहले दीपिका चिखलिया ने जीता था चुनाव
अरुण गोविल को भाजपा से टिकट मिला है तो सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया की भी चर्चा होने लगी है. सीता का किरदार निभाकर लोकप्रियता हासिल करने वाली अभिनेत्री दीपिका चिखलिया ने 1991 में राजनीति में एंट्री मारी थी. चिखलिया ने भाजपा के टिकट से बड़ौदा संसदीय क्षेत्र में जीत हासिल की और सांसद बनीं. बाद में उन्होंने बेटी की देखभाल के लिए राजनीति छोड़ दी थी. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि चुनाव लड़ने के लिए कई पार्टियों से फोन आने के बावजूद उन्होंने भाजपा को चुना था. क्योंकि उनके दादा ने आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के लिए काम किया था.
‘रावण’ को भी मिली थी जीत
याद दिला दें कि रामानंद सागर की रामायण में रावण की भूमिका निभाने वाले अरविंद तिवारी चुनावी मैदान में उतरे थे. अरविंद तिवारी को भाजपा ने गुजरात के साबरकांठा लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था. 1991 के चुनाव में उन्हें जनता से खूब प्यार मिला और वे जीत हासिल कर लोकसभा पहुंचे थे. उन्होंने 1991 से 1996 तक संसद सदस्य के रूप में काम किया था.
अरुण गोविल हासिल करेंगे जीत?
गौर करने वाली यह है कि 33 साल पहले जब धारावाहिक रामायण की सीता दीपिका चिखलिया और रावण अरविंद तिवारी ने राजनीति में कदम रखा तो उन्हें जनता का खूब प्यार मिला था. अब जब राम यानी अरुण गोविल ने मेरठ से चुनावी दम भरा है तो जनता उनके साथ रहती है या नहीं. बता दें कि मेरठ को हस्तिनापुर भी कहा जाता है. भाजपा के लिए मेरठ लोकसभा क्षेत्र हमेशा से जिताऊ क्षेत्र रहा है. यहां से भाजपा लगातार 3 लोकसभा चुनाव जीतती आ रही है.