टाटा समूह की एयरलाइंस विस्तारा की मुसीबतें खत्म का नाम नहीं ले रही हैं. वेतन समीक्षा के विरोध में विस्तारा के 15 पायलट्स ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है. विस्तारा के पायलट्स पिछले कई दिनों से वेतन समीक्षा का विरोध कर रहे हैं. हालत ये है कि पायलट्स के ड्यूटी पर नहीं आने के चलते विस्तारा को अपनी कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा है तो कई फ्लाइट्स घंटों देरी के साथ उड़ानें भर रही हैं.
पीटीआई की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि विस्तारा के 15 सीनियर फर्स्ट ऑफिसर ने इस्तीफा देकर घरेलू बजट एयरलाइन कंपनी ज्वाइन कर लिया है. विस्तारा के प्रवक्ता ने इस मसले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है.
विस्तारा रोजाना 300 के करीब फ्लाइट्स के ऑपरेट करती है. एयरलाइंस के फ्लीट में 70 एयरक्रॉफ्ट है जिसमें A320 फैमिली एयरक्रॉफ्ट के अलावा बोइंग 787s शामिल है. बीते कई दिनों में विस्तारा को पायलट्स के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. इसके ए320 फ्लीट के कई फर्स्ट ऑफिसर बीमारी का हवाला देकर छुट्टी पर चले गए हैं.
विस्तारा में 800 के करीब पायलट्स है और जिन सीनियर फर्स्ट ऑफिसर्स ने इस्तीफा दिया है उन्होंने कवर्जन ट्रेनिंग को पूरा कर लिया है जिसके बाद वे वाइड बॉडी बोइंग 787 एयरक्रॉफ्ट उड़ाने के काबिल हो गए हैं. हालांकि उन्हें 787 एयरक्रॉफ्ट उड़ान भरने की ड्यूटी नहीं मिली है.
टाटा समूह विस्तारा का एयर इंडिया के साथ विलय करने जा रही है. विस्तारा अपने पायलट्स के लिए नए कॉंट्रैक्ट को अमल में लाने जा रही है जिसमें वेतन को एयर इंडिया के पायलट्स के समान लागू किए जाने का प्रस्ताव है. विस्तारा के पायलट्स इस प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि वेतन घटाकर ऑफर किया जा रहा है.
क्रू पायलट्स के कमी के चलते विस्तारा के उड़ानों को रद्द करना पड़ा है. मंगलवार 2 अप्रैल 2024 को सिविल एविएशन सेक्टर की रेग्यूलेटर डीजीसीए ने एयरलाइंस को रोजाना बेसिस पर फ्लाइट रद्द होने से लेकर विलंब की पूरी रिपोर्ट देने को कहा है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय भी हालात पर नजर बनाए हुए है.