स्क्रैप माफिया रवि काना और उसकी महिला मित्र काजल झा को नोएडा पुलिस ने शनिवार 27 अप्रैल को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। दोनों को थाइलैंड पुलिस ने 26 अप्रैल को डिपोर्ट किया था। जिसके बाद उन्हें दिल्ली लाया गया था। दोनों 31 दिसंबर 2023 को भारत से फरार होकर थाइलैंड पहुंच गए थे। जानकारी के अनुसार दोनों को पुलिस न्यायिक हिरासत में जेल भेजेगी। जेल भेजने के कुछ दिन बाद पुलिस दोनों की रिमांड मांग सकती है।
बता दें कि दोनों पुलिस की जांच और गिरफ्तारी के डर से थाइलैंड भाग गए थे। इसके बाद नोएडा पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर थाइलैंड पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद थाइलैंड पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर शुक्रवार 26 अप्रैल को भारत को प्रत्यर्पित कर दिया था। इससे पहले नोएडा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गौतमबुद्ध नगर और दिल्ली समेत कई जगहों की 200 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति सीज कर दी थी। इसमें दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स काॅलोनी में 80 करोड़ की कीमत का बंगला भी इसमें शामिल है। बता दें कि यह बंगला उसकी महिला मित्र काजल झा के नाम पर था।
रवि काना पर गैंगरेप-अपहरण समेत कई मामले दर्ज
नोएडा पुलिस ने इसके अलावा बुलंदशहर के खुर्जा में 40 बीघा जमीन भी सील कर दी। पुलिस ने कहा कि आरोपी ने संपत्ति विभिन्न अपराधों के जरिए अर्जित आय से बनाई थी। बता दें कि गैंगस्टर रवि के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और गैंगरेप के कई केस दर्ज है। महिला ने उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। इसके बाद जनवरी से ही पुलिस को उसकी तलाश थी। इस मामले में पुलिस ने उसके अलावा 14 अन्य लोगों को भी अरेस्ट किया है।
रवि काना के खिलाफ एक अन्य मामला सेक्टर 39 पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। इसमें महिला ने आरोप लगाया था कि रवि काना और 4 अन्य ने मिलकर उसका रेप किया और उसके बाद उसका वीडियो बना लिया। अब ये लोग इसे वायरल करने की धमकी दे रहे हैं।
ऐसे हुई काजल और रवि काना की मुलाकात
बता दें कि काजल झा, रवि काना की मुलाकात तब हुई थी जब वह नौकरी की तलाश में काना के पहुंची थी। काजल ने रवि के साथ यहां काम शुरू किया था। इसके बाद दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गई। पुलिस का आरोप है कि रवि काना अपनी गैंग के साथ नोएडा और दिल्ली के उद्योगपतियों से वसूली करता था। वह अवैध तरीके से लोहे और स्क्रैप की सामग्री खरीदता और फिर उसे बेच देता था। गौरतलब है कि रवि काना गैंगस्टर हरेंद्र प्रधान का भाई है। 2014 में हरेंद्र को मार दिया गया था। इसके बाद रवि ने गैंग को ऑपरेट करना शुरू किया।