नोएडा। फर्जी दस्तावेज के जरिये इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) क्लेम कर सरकार को 15 हजार करोड़ से अधिक का चूना लगाने के मामले में पुलिस ने तीन और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
मामले में 33 आरोपितों को हो चुकी है गिरफ्तारी
पुलिस इनसे पहले इस मामले में 33 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनके पास से मोबाइल, लैपटाप और नकदी बरामद हुई है। अपराध शाखा के डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि बीते दिनों सेक्टर-20 पुलिस ने दिल्ली के कारोबारी तुषार गुप्ता को गिरफ्तार किया था।
उसके बाद पता चला कि दिल्ली के पंजाबी बाग के संजय ढींगरा, कनिका ढींगरा और मयंक ढींगरा ने कई करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया था। तीनों ने फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट लेकर सरकार के राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाया। इनकी गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपये इनाम घोषित कर रखा था।
बुधवार सुबह हुई गिरफ्तारी
इसके अलावा इनकी करीब एक हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क करने के लिए नोटिस भी चस्पा कर रखा था। बुधवार सुबह तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि संजय, कनिका और मयंक ने कारोबार की आड़ में कई फर्जी कंपनियां बनाईं और अवैध तरीके से आइटीसी लिया। बता दें कि पुलिस ने पिछले वर्ष जून में 2600 से अधिक फर्जी कंपनी खोलकर सरकार को अरबों रुपये का नुकसान पहुंचाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था।
इस मामले में गौरव सिंघल, गुरमीत सिंह, राजीव, राहुल, विनीता, अश्वनी, अतुल सेंगर, दीपक मुरजानी, यासीन, विशाल, राजीव, जतिन, नंदकिशोर, अमित कुमार, महेश, प्रीतम शर्मा, राकेश कुमार, अजय कुमार, दिलीप कुमार, मनन सिंघल, पीयूष, अतुल गुप्ता, सुमित गर्ग, कुणाल समेत 33 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
खास बात यह है अब तक किसी भी आरोपित को भी जमानत नहीं मिली है। नोएडा पुलिस की मजबूती पैरवी के कारण आरोपित लंबे समय से जेल में हैं। अन्य फरार आरोपितों की तलाश में नोएडा पुलिस की तीन टीमें कई संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।