संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लिफ्ट में लोगों की फंसने की घटना ही लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार की सुबह गौर सिटी 2 के 14 एवेन्यू में एक बड़ी घटना होते-होते बच गई जब लिफ्ट में स्कूल के बच्चो, महिलाओं सहित 10 लोग सवार थे। लिफ्ट अचानक से तीसरी मंजिल पर आकर अटक गई। शिकायत के लगभग 30 मिनट के बाद मेंटेनेंस विभाग के द्वारा लोगों को लिफ्ट से बाहर निकल गया। सोसायटी निवासी को कहना है कि मोटा मेंटेनेंस शुल्क देने के बाद भी लिफ्ट में कोई सुधार नहीं किया जा रहा है। लगातार लिफ्ट में फंसने के मामले बढ़ते जा रहे हैं जिससे लोग डर का माहौल है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने लिफ्ट एक्ट लागू कर दिया है जिससे लिफ्ट में फंसने के मामलों पर रोक लगाई जा सके लेकिन उसके बाद भी लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। गौर सिटी दो के 14 एवेन्यू निवासी जगदीश पाठक ने बताया कि सोमवार की सुबह लिफ्ट तीसरी मंजिल पर अचानक झटका के साथ रुक गई। उस समय लिफ्ट में स्कूल के बच्चों, महिलाओं सहित 10 लोग सवार थे। लिफ्ट का ऑटोमेटिक रेस्क्यू डिवाइस (एआरडी) सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया है। इस कारण लिफ्ट में फसे लोगो को बचाने के लिए सुरक्षा कर्मी व मेंटेनेंस स्टाफ को मैनुअल तरीके से लिफ्ट को खोलकर लोगों को बाहर निकालना पड़ता है। लिफ्ट में फंसे लोगों को बाहर निकलने में लगभग 30 मिनट का समय लग गया। इसके बाद बड़ी मुश्किल से लोगों को लिफ्ट से बाहर निकल गया।
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने लिफ्ट एक्ट कानून तो लागू कर दिया है लेकिन हालात अभी भी सुधार नहीं रहे हैं। सोमवार को गौर सिटी 2 के 14 एवेन्यू में स्कूल जाते समय बच्चे व महिलाएं 30 मिनट तक लिफ्ट में फंसे रहे जिनका बड़ी मुश्किल के बाद बाहर निकल गया। लिफ्ट एक्ट कानून लागू होने के बाद भी अभी लोगों को यह जानकारी नहीं है कि इसकी शिकायत कहां की जाए। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बढ़ रही लिफ्ट की शिकायत जिलाधिकारी, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण या पुलिस किसके पास की जाए यह अभी लोगों को जानकारी नहीं है।
हालांकि गौर सिटी में लिफ्ट में लोगों के फसाने के बाद यहां के निवासियों ने इस मामले में थाना बिसरख पुलिस से शिकायत की है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सैकड़ो सोसाइटीया जिनमें लाखों लोग यहां पर रह रहे हैं। लिफ्ट में रोजाना होने वाली घटनाओं से निवासियों में डर का माहौल है। लोगों का कहना है की लिफ्ट एक्ट की शिकायत कहां पर की जाएगी कहां पर उनका निस्तारण होगा यह अभी साफ नहीं हो पाया है। इसके साथ ही यहां पर बढ़ रही लिफ्ट की समस्याओं से लाखों लोगों को कैसे निजात मिलेगी।