Sanchar Now। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में देविका गोल्ड होम्ज सोसाइटी निवासियों ने मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण व बिल्डर से कई बार शिकायत की। समस्याओं के निस्तारण के लिए कई बार प्राधिकरण व बिल्डर से भी बैठक की गई लेकिन समस्याओं का कोई समाधान नहीं हुआ। जिससे नाराज निवासियों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को नोटिस भेजा है। जिसमे प्राधिकरण के द्वारा सोसायटी की संरचनात्मक ऑडिट कराई जाने की मांग की है। जिससे संपूर्ण परियोजना की संरचनात्मक मजबूती का पुनर्मूल्यांकन किया जा सके।
दरअसल, देवीका गोल्ड होम्स जीएच 06 सी सेक्टर 1 सोसायटी में निवासियों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है। जिनमें लिफ्ट का सुचारू रूप से काम न करना, पार्क में पानी भरा होना, टावर में सीलन आना, बेसमेंट में कूड़ा जमा होना, बेसमेंट में पानी भर जाना, क्लब का खस्ता हाल सहित मानचित्र में बदलाव आदि समस्याओं के लिए प्राधिकरण से कई बार शिकायत की गई। अधिकारियों ने समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन दिया लेकिन समस्याएं ज्यो की त्यों बनी रही। कई बार प्राधिकरण के अधिकारियों बिल्डर डेवलप्ड के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई मिनिट्स आफ मीटिंग में बना प्राधिकरण की बैठक में मौजूदा मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई जिसमें समस्याओं के निस्तारण के लिए समय सीमा के साथ जिम्मेदारियां भी तय की गई लेकिन समय सीमा पूरी होने के बाद भी पीड़ित घर खरीदारों के लिए निराशा ही हाथ लगी बिल्डर ने प्राधिकरण के निर्देशों को दरकिनार कर दिया उनका पालन नहीं किया और अब पूरी तरह से मामला ठंडा बस्ते में चला गया है। जिसे नाराज़ सोसाइटी के निवासियों ने अब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को नोटिस भेजा है।
सोसाइटी निवासी दीपक दुबे ने बताया कि प्राधिकरण के अधिकारी और बिल्डर द्वारा फ्लैट निवासियों को जानबूझकर नजरअंदाज किया जा रहा है। पीड़ित घर खरीददारों को परेशान किया जा रहा है जिसके चलते सोसायटी निवासियों को अन्य उपायों का सहारा लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। वर्तमान में सोसायटी की स्थिति जर्जर है और आपदा प्रतीक्षा कर रही है। कोई भी दुर्घटना हो सकती है ऐसा होने पर जान – माल या दोनों का नुकसान हो सकता है। इस कानूनी नोटिस के साथ हम ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से अनुरोध करते हैं कि वह हाल ही में निर्धारित ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी नीति के अनुसार तुरंत संरचनात्मक ऑडिट कराए ताकि संपूर्ण परियोजना की संरचनात्मक मजबूती का मूल्यांकन किया जा सके।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि डेवलपर द्वारा परियोजना के शुभारंभ के समय इस परियोजना में निवेश के लिए अनजान घर खरीददारों को प्रेरित करने के लिए प्रकाशित ब्रोशर, स्वीकृत भवन और मानचित्र योजना सहित जमीन का भौतिक निर्माण के बीच एक गंभीर विसंगति/उल्लंघन है। इन उल्लंघनों की गहनता से जांच होनी चाहिए क्योंकि कैसे डेवलपर ने अत्यधिक खतरनाक और घटिया निर्माण कर सीसी/ओसी प्राप्त करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को गुमराह किया। जिसके फल स्वरुप निर्दोष घर खरीददार जल्दबाजी में अपने परिवारों के साथ अधूरे प्रोजेक्ट में चले गए और इस भूखंड के लिए लीज डीड के सभी हित धारकों की मिली भगत के कारण भविष्य में कोई उम्मीद नहीं बची है।
वही सोसायटी निवासियों के एडवोकेट के के सिंह ने बताया कि देवीका गोल्ड होम्ज के फ्लैट बायर्स हमारे पास आए थे और हमने सोसायटी जाकर भी देखा सोसाइटी में काफी कमियां है। बिल्डर ने फ्लैट बेचते समय जो फ्लैट खरीदारों से वादे किए थे उनमें ज्यादातर वादे पूरे नहीं किए गए हैं। जिनकी वजह से निवासी बहुत बुरी स्थिति में सोसाइटी में रहने के लिए मजबूर हैं। जिसके लिए हमने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को नोटिस भेज कर उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए कहा है क्योंकि असल में मलिक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ही है।
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ज्यादातर सोसाइटियों में यही हाल है और पिछले 12 वर्षों से सोसायटी निवासी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और बिल्डर के ऑफिस के चक्कर लगाकर परेशान है। हर रविवार को अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए धरना प्रदर्शन करते हैं। जिसका नतीजा यह होता है कि उल्टा पुलिस उनको ही शांति भंग का नोटिस भेज देती है। इस तरह कहीं सुनवाई नहीं होती और फ्लैट निवासी अपने आप को ठगा महसूस करते हैं आखिर हम जाएं तो कहां जाएं।