Sanchar Now। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट और केंद्र में उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण का शुभारंभ उपराष्ट्रपति के द्वारा किया गया। शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की सबसे बड़ी आबादी के साथ ही उत्तर प्रदेश एमएसएमई की सर्वाधिक यूनिट रखने वाला भी राज्य है। एक सर्वे के अनुसार यूपी के 75 जनपदों में 96 लाख एमएसएमई यूनिट है। कृषि के बाद यूपी में यह सर्वाधिक रोजगार सृजन करने वाला क्षेत्र है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सैकड़ों वर्ष से अलग-अलग क्षेत्रों में यूपी के अंदर रोजगार सृजन के लिए हस्तशिल्पियों, कारीगरों ने इन्हें बढ़ाने में योगदान दिया था, लेकिन आजादी के बाद उचित प्रोत्साहन के अभाव व समय पर तकनीक न मिलने से वे बंदी के कगार पर पहुंच चुके थे। 2017 से उत्तर प्रदेश में आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के विजन को धरातल पर उतारने के लिए अनेक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया गया। इसमें ओडीओपी के रूप में सभी 75 जनपदों का यूनिक प्रोडेक्ट तय किया। इसके प्रोत्साहन, ब्रांडिंग, मार्केटिंग, डिजाइनिंग, पैकेजिंग, टेक्नोलॉजी से जोड़ने के लिए अभियान को बढ़ाया गया। यूपी में यह रोजगार सृजन के सबसे महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरा है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोरोना के दौरान यूपी के श्रमिक अलग-अलग राज्यों में कार्य कर रहे थे। उनके सामने आजीविका का भीषण संकट खड़ा हुआ था। इन्हें लेकर देश चिंतित था, लेकिन मैं निश्चिंत था कि यूपी में इतना पोटेंशियल है कि 40 लाख नहीं, 4 करोड़ लोग भी आएंगे तो यूपी इन्हें जगह देगा। यूपी में प्रवेश करते ही सभी 40 लाख कामगारों की स्किल मैपिंग कराई गई और हर जनपद को इसका डाटा उपलब्ध कराने के साथ संबंधित यूनिट में कार्य का ऑफर दिया गया। इन लोगों ने आकर यूपी की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया। उन्हांेने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में भारत की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर बनाने के अभियान के साथ ही यूपी को एक ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने की दिशा में प्रदेश तेजी से बढ़ रहा है। यह वही यूपी है, जो सात वर्ष पहले देश के विकास का बैरियर माना जाता था, लेकिन आज यह देश के विकास के ग्रोथ इंजन के रूप में जाना जा रहा है। इसमें एमएसएमई सेक्टर की बड़ी भूमिका है। कोई भी बड़ा औद्योगिक निवेश बिना एमएसएमई बेस के आगे नहीं बढ़ सकता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की। उन्होंने यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने ओडीओपी योजना की सराहना करते हुए कहा कि देश में औद्योगिक वातावरण बनाने में यूपी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। देश के आर्थिक विकास का रास्ता यूपी से जाता है। यहां उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विश्व स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर देने की वजह से उत्तर प्रदेश निवेशकों का चहेता डेस्टिनेशन बन चुका है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से यूपी को एमएसएमई सेक्टर के लिए हरसंभव मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि एमएसएमई सेक्टर भारत से निर्यात में 45 प्रतिशत का योगदान देता है। उत्तर प्रदेश में देश की 14 प्रतिशत एमएसएमई इकाइयां स्थापित हैं, जिनकी संख्या 96 लाख से अधिक है। इससे देश की अर्थव्यवस्था को बल मिलता है, साथ ही महिला सशक्तिकरण में भी इस सेक्टर का बड़ा योगदान है।
ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में 25 से 29 सितंबर तक यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। इसमें रक्षा, कृषि, ई-कॉमर्स, आईटी, जीआई, शिक्षा, अवस्थापना, बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं, डेयरी उद्योग आदि के 25 सौ स्टॉल लगाए गये हैं। एमएसएमई क्षेत्र को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए इस ट्रेड शो का आयोजन लगातार दूसरे साल किया जा रहा है। इस वर्ष यूपीआईटीएस में लगभग 70 देशों का प्रतिभाग और 4 लाख फुटफॉल की संभावना है। इसके अतिरिक्त यूपीआईटीएस में खादी के परिधानों का फैशन शो और कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया जाएगा। ट्रेड शो में प्रदेश के निर्यातकों, ओडीओपी और महिला उद्यमियों का प्रतिभाग बड़े स्तर पर हो रहा है। इससे छोटे उद्यमियों को ग्लोबल शोकेस मिलेगा।