Sanchar Now। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में तीन दिवसीय रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया 2024 एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है। एडीएम सोलर पावर के ब्रेंड और सोलर टेक्नोलॉजी में भारत की प्रमुख कंपनी ओरिएंट सोलर ने रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया एक्सपो के 17वें संस्करण में अपने उच्च गुणवत्ता वाले और पूरी तरह से भारत में निर्मित सौर उत्पादों को प्रदर्शित किया। यह तीन दिवसीय प्रदर्शनी गुरुवार से शुरू हुआ जिसका 5 अक्टूबर शनिवार को इसका समापन होगा। इस दौरान आगुन्तक ओरिएंट सोलर द्वारा डिजाइन और विकसित किए गए अत्यधिक सौर समाधानों का अनुभव कर सकेंगे। जिन्हें आधुनिक शहरी ग्राहकों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया एक्सपो 2024 में नए एडीएम ओरिएंट सोलर बेंच को यहां पर प्रदर्शित किया गया है। यह एक सोलर पावर चार्जिंग स्टेशन है जहां उपकरणों को चार्ज किया जाता है। बिजली पैदा करने वाली सोलर पावर बेंच चार्जिंग केबल्स, यूएसबी पोर्ट्स, वायरलेस चार्जर और पावर सॉकेट से लैस है जिसका उपयोग करना सुविधाजनक है। इस बेंच ने भारत को दुनिया भर में काफी सफलता हासिल की है। इसके अलावा ब्रैंड अत्यधिक टेक्नोलॉजी वाले अपने उन्नत उत्पादो को भी प्रदर्शित किया है। जिसमें 710 वॉट तक की क्षमता वाले टॉप कॉन मॉडल्स बेहतरीन क्षमता और लोड कैपेसिटी देने वाले कॉपर बेस्ट हार्ड डिस्क, इनवर्ट और एलर्जी के भरोसेमंद स्टोरेज के लिए एंड्राइड लिथियम आयन बैटरीज शामिल है।
एडीएम ओरिएंट सोलर के प्रबंधक निदेशक ऋषभ कोहली ने कहा कि हम चाहते हैं कि लोग सूरज की रोशनी से बिजली बनाई और पर्यावरण की रक्षा करें। हमारे विचार रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया (आरईआई) के विचारों से मेल खाते हैं। हम चाहते हैं कि हर व्यक्ति, हर गांव और हर व्यवसाय सूरज की रोशनी से बिजली बना कर पर्यावरण की रक्षा करें। हम अपनी नई तकनीक से सौर ऊर्जा को और सस्ता और आसान बनाना चाहते हैं। इससे हमारी धरती सुरक्षित रहेगी और सभी का भविष्य बेहतर होगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ओरिएंट सोलर ऊर्जा को सभी के लिए उपलब्ध कराना चाहता है। इसमें ग्रेड कनेक्टिविटी और ऑफ ग्रिड आत्मनिर्भरता के बीच का अंतर खत्म हो जाएगा। हमारी नई हाइब्रिड तकनीक के जरिए घरों के मालिक, गांव वाले और संस्थान रूफटॉप सोलर सिस्टम का इस्तेमाल कर सौर बिजली के फायदे का लाभ उठा सकते हैं। इससे उनका ग्रिड कनेक्शन भी मजबूत रहेगा। इन दोनों पहलुओं को मिलाकर हम समुदायों को मजबूत बना रहे हैं ताकि उन्हें बिजली के लिए किसी और पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़े।