नोएडा। सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ 12 प्रोजेक्टों से अधिक के 26 हजार से ज्यादा खरीदारों ने एकजुट होकर रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर में प्रदर्शन करेंगे। करीब 10 सालों से समस्याओं को लेकर लड़ रहे खरीदार आरपार की लड़ाई लड़ने का एलान करेंगे।
खरीदारों ने बताया कि सुपरटेक बिल्डर (Noida Supertech builder) के प्रोजेक्टों में फ्लैट खरीदे थे। ज्यादातर ने फ्लैट की कीमत का 95 प्रतिशत या लगभग संपूर्ण राशि चुका दी है। प्रोजेक्ट अब तक अधूरे हैं। ज्यादातर लोग ऐसे हैं जो घर की किस्त भी दे रहे हैं, किराया भी दे रहे हैं। इनकम टैक्स में ब्याज का फायदा भी नहीं ले पा रहे हैं, क्योंकि घर का पजेशन नहीं मिला है।
जिन को घर मिल गए हैं वो आधी अधूरी बनी सोसायटी में अव्यवस्था और कुप्रबंधन का शिकार हैं। राष्ट्रीय उपभोक्ता मंच, रेरा, एनसीएलएटी, सुप्रीम कोर्ट, आर्थिक अपराध शाखा और पटियाला हाउस कोर्ट में पिछले पांच साल से अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। अपनी आवाज को उठाने के लिए उन्होंने जंतर-मंतर का रुख किया है।
रविवार को सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ 12 से अधिक प्रोजेक्टों नोएडा से नार्थ आई, इकोसिटी, रोमानो और केप टाउन, ग्रेटर नोएडा से इकोविलेज 1, इकोविलेज 2, इकोविलेज 3, स्पोर्ट्स विलेज, जार विला, यमुना एक्सप्रेस-वे से अपकंट्री, गुरुग्राम से अराविले और हिलटाउन, मेरठ से ग्रीन विलेज और बंगलुरु से मिकासा के करीब एक हजार खरीदार जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे।
लगातार कर रहे हैं विरोध
खरीदार सालों से अपनी मांगों को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हजारों ईमेल किए हैं। 26 हजार खरीददार एनसीएलटी में सामूहिक प्रार्थना पत्र दाखिल कर चुके हैं। पांच सितंबर को पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह और 22 अगस्त को विशेष आयुक्त शरद अग्रवाल से मिकलकर शिकायत कर चुके हैं।
खरीदारों के सामूहिक प्रयासों को प्रेरित करती कविता होम बायर अब एक हो जाएगा का भी विमोचन किया है। नार्थ आई से गुलशन कुमार व आकाश गोयल, इको विलेज 3 से चेतन कपूर व आयोग रस्तोगी, इको विलेज 2 मुजीबुर रहमान, इको विलेज 1 से महेंद्र कुमार महिंद्रा, हिलटाउन से सुमित गुप्ता व कपिल दत्त शर्मा।
स्पोर्ट्स विलेज से अचिन मजूमदार, अपकंट्री से कैलाश चंद्र जंतर-मंतर पर होने वाले प्रदर्शन की तैयारी में जुटे हैं। सुपरटेक बिल्डर ने मीडिया प्रभारी ने कहा कि इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। मामला न्यायिक प्रक्रिया में इस वजह से कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती है।
खरीदारों की प्रमुख मांगें
– एनबीसीसी को घर खरीदारों के हितों को ध्यान में रखते हुए समाधान प्रस्ताव तैयार हो।
– सुपरटेक लिमिटेड का फोरेंसिक ऑडिट हो।
– सुपरटेक लिमिटेड के प्रबंधन की भागीदारी को पूरी तरह से हटा दिया जाए।
– सुपरटेक के प्रोमोटर्स की गिरफ्तारी हो।
– मौजूदा घर खरीदारों के लिए कोई लागत वृद्धि नहीं ना की जाए।