नोएडा। जेवर के मुख्य मार्गों से अतिक्रमण हटाने के दौरान नगर पंचायत कर्मियों एवं दुकानदारों के बीच मंगलवार को झड़प हो गई। कुछ ही देर में मारपीट और पथराव शुरू हो गया। इसमें दुकानदार पक्ष के तीन लोग व नगर पंचायत के चार कर्मी घायल हो गए।
कार्रवाई के दौरान रबूपुरा रोड व टप्पल रोड पर वाहनों की कतार लग गईं। झगड़े के कारण अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को बीच में रोकना पड़ा। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर मारपीट का आरोप कोतवाली पहुंचकर पुलिस के सामने लगाया। कार्रवाई के दौरान नगर पंचायत ने पुलिस व प्रशासन की टीम को साथ नहीं लिया था।
बिना पुलिस की मौजूदगी में शुरू की कार्रवाई
नगरपंचायत की ओर से दो दिन पूर्व दुकानदारों से सड़क से अतिक्रमण हटाने के लिए सूचना दी गई थी। ई रिक्शा के माध्यम से इसका प्रचार किया गया था। तय कार्यक्रम के तहत नगर पंचायत की टीम ने बिना पुलिस प्रशासन की मौजूदगी के मंगलवार दोपहर करीब बारह बजे तहसील मुख्यालय के समीप से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की।
हालांकि ज्यादातर दुकानदारों ने पहले ही अपनी दुकानों के सामने से अतिक्रमण हटा लिया था, लेकिन कुछ दुकानों के सामने से लगी टीन आदि को नगरपंचायत के कर्मियों ने हटाने की कार्रवाई शुरू की, करीब एक घंटे तक कार्रवाई शांतिपूर्ण चली और मुख्य चौराहे तक अतिक्रमण हटा दिया गया।
दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप
मुख्य चौराहे से टप्पल रोड की तरफ अतिक्रमण हटाने के लिए एक परचून की दुकान के सामने बने नाले के पत्थरों को जेसीबी की सहायता से तोड़ा जा रहा था। उसी दौरान दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए हैं।
नगरपंचायत कर्मियों का आरोप है कि अतिक्रमण हटाने के दौरान दुकानदार ने जेसीबी संचालक को थप्पड़ मार दिया, इसके बाद पथराव शुरू कर दिया। पथराव में नगरपंचायत कर्मी विजेंद्र हवलदार के हाथ, आकाश के सिर तथा मनोज के सिर में पत्थर लगाने वह गंभीर रूप से घायल हो गये।
परचून विक्रेता पवन का आरोप है कि नाले के पत्थर तोड़ने का उन्होंने विरोध नहीं किया था। जेसीबी संचालन ने शटर के नीचे के फाउंडेशन को तोड़ दिया था, विरोध करने पर नगरपंचायत कर्मियों ने फावड़े व पत्थर से हमला शुरू कर दिया। अन्य दुकानदारों पर भी हमला किया गया।
पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए भेजा
इसमें तीन दुकानदार घायल हो गए। विरोध में व्यापारियों ने दुकान बंद कर दी और पुलिस से नगरपंचायत कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने घायलों को चिकित्सीय जांच के लिए भेजा। नगरपंचायत कर्मियों ने बुधवार तक रिपोर्ट दर्ज नहीं करने पर धरने की चेतावनी दी है।
नगरपंचायत के अधिशासी अधिकारी एवं तहसीलदार जेवर विवेक कुमार भदौरिया का कहना है कि मुनादी के बाद नगर पंचायत द्वारा अतिक्रमण हटाने की शुरूआत की थी। रबूपुरा कोतवाली क्षेत्र में घटना के चलते पुलिसबल नहीं मिल सका। कुछ उपद्रवी तत्वों ने कार्रवाई का विरोध कर हमला किया। उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।