Sanchar Now। ग्रेटर नोएडा संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर सोमवार को किसानों ने महापंचायत की। इस महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और वरिष्ठ किसान नेता हन्नान मौला शामिल हुए। इसके साथ ही किसानों के लगभग एक दर्जन संगठन जो संयुक्त मोर्चा के घटक हैं सभी भारी संख्या में किसानों के साथ पहुंचे। किसानों की इस महापंचायत में हजारों की संख्या में महिलाएं, युवा और किसान शामिल हुए।
दरअसल, गौतम बुध नगर के किसानों ने अपनी मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा बनाया। इस मोर्चे में किसानों के लगभग एक दर्जन संगठन शामिल है। संयुक्त किसान मोर्चे के द्वारा पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत प्रभावित किसानों को 10% प्लॉट और 64.7 प्रतिशत बढ़े हुए मुआवजा की मांग को गयी। इसके साथ ही 1 जनवरी 2014 के बाद अधिग्रहण की गई भूमि पर बाजार दर का 4 गुना मुआवजा और 20% प्लॉट की मांग की भी की गई। किसानों का कहना है कि जिन किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है उन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास का लाभ भी मिले। इसके साथ ही हाई पावर कमेटी के द्वारा पास किए गए मुद्दों पर सरकारी आदेश जारी किया जाए। जिस क्षेत्र में प्राधिकरण के द्वारा जमीन का अधिकरण किया जा रहा है वहां पर किसानों की आबादी की बैक लीज की जाए। इन सभी मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चे के द्वारा सोमवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर महापंचायत (महा पड़ाव) का आयोजन किया गया।
किसानों की महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी शामिल हुए। राकेश टिकट ने कहा कि प्राधिकरण और सरकार किसानों को बाट कर उनको खत्म करना चाहती है। लेकिन अब यहां के किसानों ने सभी किसान यूनियनों ने एक साथ मिलकर संयुक्त किसान मोर्चा बनाया है। अब इस एक बैनर के तले सभी किसानों की मांगों को पूरा कराया जाएगा। राकेश टिकट ने कहा कि यह महापंचायत सभी संगठनों को एक साथ लाकर की जा रही है। इसके बाद जो भी निर्णय लिया जाएगा उसी के आधार पर फिर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
इसके साथ ही किसान नेता रूपेश वर्मा ने कहा है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर किसानों का आंदोलन अब निर्णायक चरण में पहुंच चुका है। 25 नवंबर को आयोजित की गई महापंचायत अनिश्चितकालीन महापड़ाव में बदल गयी है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के फैसले के अनुसार महापड़ाव 27 नवंबर तक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर रहेगा। इसके बाद 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक यह यमुना प्राधिकरण पर जारी रहेगा। आंदोलन का तीसरा और अंतिम चरण 2 दिसंबर को संसद सत्र के दौरान दिल्ली कूच के रूप में होगा।
किसानों की महापंचायत में उमड़ा जन सैलाब
सोमवार की सुबह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के लिए किसान भारी संख्या में एकत्रित होकर पहुंचे। हालांकि इस किसानों की महापंचायत के लिए पुलिस ने 3000 किसानों को महापंचायत में शामिल होने की इजाजत दी थी लेकिन किसान लगभग 5000 से ज्यादा इस महापंचायत में शामिल हुए। भारी संख्या में किसानों के साथ महिलाएं और युवा भी महापंचायत में पहुंचे। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया।