संभल ज़िले के चंदौसी इलाके में जहरीली गैस निकलने से हड़कंप मच गया. यहां कुछ दिनों पहले खुदाई में निकली प्राचीन बावड़ी के दूसरे तल पर खुदाई का काम चल रहा था तभी मजदूरों को सांस लेने में दिक्कत हुई तो वह डर के मारे वहां से जान बचाकर भागने लगे. मजदूरों की अफरातफरी देख बावड़ी की खुदाई का काम रोक दिया गया है, वहां मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच कराई जा रही है.
कैसे निकली जहरीली गैस
विशेषज्ञों का कहना है कि बावड़ी के अंदर जमा पुराने कूड़े और जैविक कचरे से यह गैस बनी हो सकती है. गैस का प्रभाव इतना था कि मजदूरों ने खुदाई जारी रखने में असमर्थता जताई. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, अब आगे की खुदाई भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की देखरेख में की जाएगी.
बावड़ी के अंदर लगातार गैस का रिसाव हो रहा है, जिससे इसकी संरचना और ऐतिहासिक महत्व को लेकर नए सवाल खड़े हो गए हैं. विशेषज्ञ मान रहे हैं कि यह बावड़ी सैकड़ों साल पुरानी हो सकती है और इसमें इतिहास के अनछुए पहलू छिपे हो सकते हैं.
गैस की प्रकृति की जांच के आदेश
स्थानीय प्रशासन ने एहतियात के तौर पर मजदूरों को सुरक्षा उपकरण देने और गैस की प्रकृति की जांच के आदेश दिए हैं. एएसआई के अधिकारियों की एक टीम जल्द ही यहां पहुंचकर स्थिति का जायजा लेगी.
फिलहाल, स्थानीय लोग इस बावड़ी की कहानी और संभावित ऐतिहासिक महत्व को लेकर चर्चा कर रहे हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि यह खुदाई चंदौसी के इतिहास में क्या नई जानकारी जोड़ती है.