लखनऊ विकास प्राधिकरण यानी एलडीए ने इस बार ई-ऑक्शन के जरिए 450 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की संपत्ति बेची है. इस ई-ऑक्शन में निवेशकों ने भी जबरदस्त उत्साह दिखाया. नतीजा यह रहा कि ऑक्शन में रिजर्व्ड दर से तीन गुना ज्यादा कीमत तक बोली लगी. इस दौरान रेजिडेंसियल/कमर्शियल प्लॉट्स के साथ ही ग्रुप हाउसिंग, नर्सिंग होम, फैसेलिटीज, मिक्स्ड भू-उपयोग व फाइन डाइन के प्लॉट भी बिके.
एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि ई-ऑक्शन में लगायी गई रेजिडेंसियल और कमर्शियल प्रॉपर्टीज का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया गया. इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रॉपर्टीज के बारे में जानकारी मिली. इससे जो लोग संपत्ति खरीदना चाहते थे उन्हें इंजीनियरों और कर्मचारियों ने साइट विजिट भी करवायी. जिसके बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं. उन्होंने बताया कि ई-ऑक्शन में बोली लगाने वाले सभी सफल आवंटियों को जल्द से जल्द आवंटन पत्र दिए जाएंगे. इसके साथ ही आवंटियों द्वारा इन प्रॉपर्टीज पर जो भी प्रोजेक्ट लाये जाएंगे, उसके लिए मानचित्र आदि स्वीकृत करने की समस्त कार्यवाही को सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए पूरा किया जाएगा.
उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं में स्थित कमर्शियल व रेजिडेंसियल प्रॉपर्टीज को ई-ऑक्शन के माध्यम से बेचने के लिए 11 नवम्बर, 2024 से 3 जनवरी, 2025 के बीच पंजीकरण खोला गया था. इसमें पंजीकरण कराने वाले लोगों के मध्य 7 जनवरी, 2024 को ई-ऑक्शन कराया गया. ई-नीलामी में कुल 325 संपत्तियां लगायी गई थीं. जिनमें से 59 प्रॉपर्टीज की बिक्री हुई. उन्होंने बताया कि गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-4 के रेजिडेंसियल प्लॉटों पर जमकर बोली लगी. 1.33 करोड़ रुपये का प्लॉट 4.48 करोड़ रुपये में बिका.
बसन्तकुंज योजना में ग्रुप हाउसिंग
अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने बताया कि पिछली बार के ई-ऑक्शन में बसन्तकुंज योजना में स्कूल के लिए आरक्षित प्लॉट आरक्षित दर से अधिक कीमत में बिके थे. इस बार के ई-ऑक्शन में राष्ट्र प्रेरणा स्थल के सामने ग्रुप हाउसिंग का प्लॉट लगभग 100 करोड़ रुपये में बिका है. ग्रुप हाउसिंग का प्लॉट बिकने से योजना में बड़ी संख्या में रेजिडेंसियल यूनिट बनेंगे और लोगों को इसका बड़ा फायदा मिलेगा.
फाइन-डाइन के प्लॉट भी बिके
सीबीडी योजना में फाइन डाइन का 11 करोड़ रुपये कीमत का प्लॉट 15 करोड 35 लाख रुपये में बिका. अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने बताया कि एक को छोड़कर फाइन डाइन के सभी प्लॉट बिक गए हैं. उन्होंने बताया कि गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-1 और सेक्टर-4 में 06 कमर्शियल प्लॉट आरक्षित दर से 20 से 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी में बिके हैं.