संचार नाउ, लखनऊ। उत्तर प्रदेश को ‘उत्तम प्रदेश’ बनाने के लिए प्रतिबद्ध सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (एनआईए) की संचालन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है। गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बन रहे एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट पर किसी प्रकार की सुरक्षा चूक न हो, और यहां तैनात होने वाला पुलिस बल पैसेंजर फ्रेंडली होने के साथ ही सतर्क हो व किसी भी प्रकार की धांधली को पकड़ने में सक्षम हो, इस बात पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है। इसी कड़ी में, जेवर एयरपोर्ट पर तैनात होने वाले पुलिसबल को चयनित कर उनकी विशेष ट्रेनिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस एक महीने चलने वाली ट्रेनिंग प्रक्रिया के अंतर्गत 45 पुलिस कर्मियों के पहले बैच को ट्रेंड कर दिया गया है।
इस ट्रेनिंग का आयोजन ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन की अनुशंसा पर लखनऊ स्थित फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (एफआरआआरओ) द्वारा कराया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा जेवर एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन सर्विसेस समेत तमाम कार्यों की निगरानी व प्रबंधन के लिए राज्य पुलिस बल की नियुक्ति का आग्रह किया गया था, जिसे पूरा करते हुए योगी सरकार ने पुलिस विभाग के विभिन्न कार्मिकों को सेवाएं देने के लिए चिह्नित किया है। इन सभी कार्मिकों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप ट्रेंड करने तथा विशेष तौर पर इमीग्रेशन सर्विवेस के सफल संचालन के लिए सतर्क, सक्षम व सुदृढ़ निगरानी प्रणाली के तौर पर कार्य करने के लिए ट्रेंड किया जा रहा है।
131 पुलिस कर्मियों को तैनाती से पूर्व दी जा रही है विशिष्ट ट्रेनिंग
सीएम योगी के विजन को मिशन मानकर उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग द्वारा गौतमबुद्ध नगर के जेवर स्थित एनआईएल में जिन पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाना है उन्हें विशिष्ट ट्रेनिंग प्रक्रिया का हिस्सा बनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस बल द्वारा एनआईएल की सुरक्षा प्रणाली मजबूत करने के लिए जिन 131 पुलिस कार्मिकों का चयन किया गया है उनमें 10 इंस्पेक्टर, 42 सब इंस्पेक्टर तथा 62 कॉन्सटेबल शामिल हैं। इनके अतिरिक्त, 17 पुलिसकर्मी रिजर्व में रखे जाएंगे। ये सभी 131 पुलिसकर्मी ग्रेजुएट हैं तथा 50 वर्ष से कम उम्र के हैं। ये कंप्यूटर तथा अंग्रेजी भाषा में दक्ष हैं। उल्लेखनीय है कि एनआईए के संचालन की शुरुआत होते ही कुल 19 काउंटर्स का आव्रजन सेवाओं के लिए संचालन होगा। इनमें से 10 काउंटर आगमन के तथा 9 काउंटर प्रस्थान के हैं। इन्हीं काउंटर्स पर इमीग्रेशन सर्विसेस के सतर्क, सक्षम व कुशल संचालन के लिए राज्य पुलिसबल के स्टाफ की तैनाती होनी है और ऐसा होने के पूर्व उन्हें विशिष्ट ट्रेनिंग प्रक्रिया से दक्ष बनाया जा रहा है। इसके पहले बैच की ट्रेनिंग प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है जबकि अन्य बैच की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होने वाली है। यह प्रक्रिया आईपीएस हर्ष सिंह (फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर) की देखरेख में पूरी की जा रही है और माना जा रहा है कि जुलाई तक यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
फर्जी वीजा-पासपोर्ट समेत आव्रजन संबंधी अपराधों को पहचानने में बन रहे दक्ष
फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (एफआरआरओ) द्वारा लखनऊ में आयोजित किए जा रहे ट्रेनिंग प्रोग्राम मंन जेवर एयरपोर्ट पर तैनात होने वाले राज्य पुलिसकर्मियों को विशेषतौर पर आव्रजन संबंधी अपराधों के प्रति जागरूक करने, अपराधियों की शिनाख्त, धरपकड़ और त्वरित कार्रवाई करने के लिए दक्ष बनाया जा रहा है। इस विशिष्ट ट्रेनिंग प्रोग्राम में पुलिस कार्मिकों को थ्योरी, फील्ड नॉलेज, रीयलटाइम ट्रेनिंग, प्रैक्ट्रिकल ट्रेनिंग, पासपोर्ट वेरिफिकेशन, ई-वीजा मॉनिटरिंग, आईएफआरटी, लेटेस्ट इमर्जिंग ट्रेंड के प्रति ट्रेंड किया गया है। इसके जरिए वह लॉ वायलेशन, ह्यूमन ट्रैफिकिंग, स्मगलिंग, पासपोर्ट व वीजा फ्रॉड, जॉब स्कैम जैसी चुनौतियों को चिह्नित कर त्वरित कार्रवाई करते हुए अपराधियों की धरपकड़ कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त, उन्हें इंटेलिजेंस गैदरिंग में मदद मिलेगी और खास तौर पर गैर अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई करने में मदद मिलेगी।