Panchang 9 May 2025: 9 मई का दिन धार्मिक दृष्टि से बेहद खास है. इस दिन शिव जी को समर्पित शुक्र प्रदोष व्रत है. इसके अलावा वज्र, रवि योग और हस्त नक्षत्र जैसे महत्वपूर्ण ग्रह-नक्षत्र बन रहे हैं. आइए जानते हैं शुभ समय, अशुभ काल, राहुकाल, ग्रह स्थिति और विशेष उपाय.
9 मई का पंचांग 2025 (Hindi Panchang 9 May 2025)
तिथि | द्वादशी (8 मई 2025, दोपहर 12.29 – 9 मई 2025, दोपहर 2.56) |
वार | शुक्रवार |
नक्षत्र | हस्त |
योग | वज्र |
सूर्योदय | सुबह 5.34 |
सूर्यास्त | शाम 7.01 |
चंद्रोदय | शाम 4.14 |
चंद्रोस्त | सुबह 3.37, 10 मई |
चंद्र राशि | कन्या |
राहुकाल और अशुभ समय (Aaj Ka Rahu kaal)
राहुकाल (इसमें शुभ कार्य न करें) | सुबह 10.37 – दोपहर 12.18 |
यमगण्ड काल | दोपहर 3.30 – शाम 5.20 |
गुलिक काल | सुबह 7.15 – सुबह 8.56 |
भद्रा काल | सुबह 5.35 – दोपहर 12.29 |
विडाल योग | सुबह 12.09 – सुबह 5.33. 10 मई |
शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat): गृह प्रवेश, वाहन क्रय, व्यापार की शुरुआत, विवाह आदि के लिए दिन शुभ है, विशेषकर रवि योग की उपस्थिति में.
स्नान-दान महायोग: इस दिन आप गरीबों को अनाज, सफेद मिठाई का दान कर सकते हैं. इससे जातक के धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है. साथ चावल, गेहूं और दाल का दान करना अच्छा माना जाता है.
ग्रहों की स्थिति (Grah Gochar 9 May 2025)
सूर्य | मेष |
चंद्रमा | कन्या |
मंगल | कर्क |
बुध | मेष |
गुरु | वृषभ |
शुक्र | मीन |
शनि | मीन |
राहु | मीन |
केतु | कन्या |
शुक्र प्रदोष व्रत का विशेष महत्व (Mohini Ekadashi Significance)
- शुक्र प्रदोष व्रत रखने से धन- समृद्धि की प्राप्ति होती है. इस पर मां लक्ष्मी की कृपा रहती है.
- जो शादीशुदा लोग शुक्र प्रदोष व्रत रखते हैं, उनका दांपत्य जीवन खुशहाल रहता है.
क्या करें: (Kya Kare)
- शिव जी पर दूध, जल और घी की धारा बनाकर अर्पित करें.
- प्रदोष काल में अभिषेक करें और भोग के 3 हिस्से करें, पहला गाय, दूसरा स्वंय और तीसरा सभी घर वालों में बांटें
- प्रदोष व्रत के दिन शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र का पाठ करने से मोक्ष प्राप्ति की राह आसान होती है.
क्या न करें: (Kya Nahi Kare)
- इस दिन किसी को शाम के बाद नमक का दान न दें, न ही उधार करें.
- खट्टी चीजें न खाएं, साथ ही तन-मन से खुद को स्वच्छ रखें नहीं तो चौखट पर आई लक्ष्मी लौट जाती है.
FAQs: 9 मई 2025
- Q.कौन सा योग बन रहा है ?
रवि और वज्र योग बन रहा है, वज्र योग अशुभ माना जाता है. - Q. कौन-कौन से कार्य सफल रहेंगे?
प्रदोष व्रत के दिन बेलपत्र का पौधा लगाना बेहद शुभ माना जाता है.