समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर फिरोजाबाद के एक सिपाही ने आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए व्हाट्सएप स्टेटस लगाया। इस गलती को कई पुलिसवालों ने दोहराया और टिप्पणी फेसबुक और व्हाट्सएप पर वायरल हो गई। इससे समाजवादी पार्टी में रोष फैल गया। सपा पदाधिकारियों ने एसएसपी से मुलाकात कर आपत्ति जताई। एसएसपी ने सीओ सदर से जांच कराई और रिपोर्ट मिलते ही 24 घंटे के अंदर ही छह सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। कुछ और सिपाहियों ने भी इसे वायरल किया है। उनकी पड़ताल की जा रही है। कहा जा रहा है कि उन पर भी कार्रवाई होगी।
सपा जिलाध्यक्ष शिवराज सिंह यादव गुरुवार को एसएसपी सौरभ दीक्षित से मिले थे और बताया था कि एसपी देहात के हमराह रह चुके शिकोहाबाद में तैनात सिपाही प्रदीप ठाकुर ने अपने व्हाट्सएप के स्टेटस पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। इसे लेकर सपाइयों ने कार्रवाई की मांग की थी। एसएसपी ने मामले की जांच तत्काल सीओ सदर चंचल त्यागी को सौंपते हुए रिपोर्ट देने को कहा था।
24 घंटे के अंदर ही शुक्रवार की दोपहर में सीओ सदर ने अपनी जांच रिपोर्ट में बताया कि आरक्षी प्रदीप ठाकुर पर आरोप सही हैं। इस टिप्पणी को जिले के पांच और सिपाहियों ने वायरल किया था। एसएसपी ने बताया कि टिप्पणी को वायरल करने वाले सिपाही के अलावा मुख्य आरक्षी कुलदीप, आरक्षी राहुल, आरक्षी अमित, आरक्षी अरुण और आरक्षी सौरभ को दोषी पाया गया है।
ये सभी थाना नारखी, थाना शिकोहाबाद, पुलिस कार्यालय में तैनात सिपाही और इस समय अयोध्या में ड्यूटी कर रहे हैं। सभी छह सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा भी अन्य सिपाहियों द्वारा इसे वायरल किया है उनकी जांच चल रही है। मामले में अन्य सिपाहियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने सभी सिपाहियों को इस तरह की हरकतों से बाज आने की बात भी कही है।