यूपी के प्रयागराज रेलवे जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 7/8 पर बुधवार रात करीब साढ़े नौ बजे एक विक्षिप्त युवक ने सनसनीखेज घटना को अंजाम दिया। युवक ने पहले लोहे की रॉड से रेलकर्मी अमित कुमार पटेल के सिर पर प्रहार कर उनकी हत्या कर दी। बीचबचाव करने पर आरपीएफ जवान माधव सिंह पर भी जानलेवा हमला कर दिया। जब लोगों ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो पूर्वा एक्सप्रेस के आगे कूदकर जान दे दी। सीसीटीवी फुटेज से अधिकारी घटनाक्रम की जांच में जुटे हैं।
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल में कैरेज एंड वैगन (सीएंडडब्ल्यू) विभाग में मैकेनिकल हेल्पर के पद पर कार्यरत 24 वर्षीय अमित कुमार पटेल की ड्यूटी बुधवार रात प्लेटफार्म 7/8 पर थी। पुलिस ने बताया कि रात में आउटर की ओर से एक विक्षिप्त युवक लोहे की रॉड लेकर आया और अचानक अमित पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें लगने से अमित लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े जिससे उनकी मौत हो गई। वहां मौजूद आरपीएफ जवान माधव सिंह यादव ने बीचबचाव की कोशिश की तो विक्षिप्त ने उन पर भी रॉड से हमला कर दिया, जिससे उनके सिर पर भी गहरी चोटें आ गईं। जान बचाने के लिए सिपाही माधव सिंह बुंदेलखंड एक्सप्रेस पर चढ़ गए, लेकिन रास्ते में अत्यधिक खून का रिसाव होने से नैनी स्टेशन पर उतर गए। बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, स्टेशन पर यात्रियों ने शोर मचाया और विक्षिप्त को पकड़ने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि हमलावर वहां से भागकर पूर्वा एक्सप्रेस के सामने कूद गया। ट्रेन से कटकर उसकी मौत हो गई।
झांसी से डाक लेकर आया था जवान
प्रयागराज। आरपीएफ का जवान माधव सिंह की झांसी में तैनाती है। वह बुधवार को डाक ड्यूटी पर प्रयागराज मुख्यालय आए थे और रात में झांसी लौट रहे थे। घायल माधव सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरपीएफ के अधिकारी भी वहां पहुंच गए हैं।
हमलावर को पुलिस ने विक्षिप्त बताया
प्रयागराज। प्रयागराज जंक्शन पर रेलकर्मी अमित पटेल की जान लेने वाले युवक को जीआरपी ने विक्षिप्त बताया है। आरपीएफ और जीआरपी इस मामले की जांच कर रही है। आरपीएफ इंस्पेक्टर राजीव रंजन उपाध्याय ने बताया कि विक्षिप्त का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। देर रात जांच करने एसपी जीआरपी प्रशांत वर्मा भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की।
तीन बहनों में इकलौता भाई था अमित
प्रयागराज। प्रयागराज जंक्शन पर विक्षिप्त के हाथों मारे गए रेलकर्मी अमित पटेल तीन बहनों में इकलौते भाई थे। घटना की जानकारी मिलने पर उनके परिवार में कोहराम मचा रहा। जंक्शन पर लहूलुहान हालत में पड़े अमित पटेल को रेलवे प्रशासन ने तुरंत ही रेलवे अस्पताल पहुंचाया जहां पर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अमित पटेल वाराणसी के करछड़ा गांव के रहने वाले थे। पिता का नाम गिरिधर है। गांव के मनीष कुमार रेलवे हॉस्पिटल में पहुंचे और मीडिया को बताया कि अमित पटेल सलोरी में रहते थे। उनकी बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। अभी दो बहनें पढ़ाई कर रही हैं। माता-पिता गांव में रहते हैं।