लॉर्ड्स टेस्ट के बाद भारत की हार से ज्यादा पॉल राइफल की अंपायरिंग के हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर हर कोई उनके फैसलों पर सवाल खड़े कर रहा है। ऐसा ही कुछ अब पूर्व भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी किया। उन्होंने कहा कि जब भी उनकी मुलाकात पूर्व ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी से हुई वह इस संबंध में सवाल पूछेंगे।Trending Videos

अंपायर की मेहरबानी से मिला रूट को जीवनदान!
तीसरे टेस्ट के चौथे दिन पॉल राइफल के गलत फैसले के कारण जो रूट को जीवनदान मिल गया था। मोहम्मद सिराज ने रूट को एलबीडब्ल्यू आउट किया था, लेकिन राइफल ने उन्हें नॉटआउट करार दिया। रिव्यू के दौरान गेंद लेग स्टंप से टकराती हुई दिख रही थी। रूट अंपायर्स कॉल के कारण बच गए। इसके अलावा पॉल के विवादास्पद फैसलों में भारतीय कप्तान शुभमन गिल को आउट करार देना भी शामिल था। ब्रायडन कार्स की गेंद पर विकेट के पीछे राइफल ने गिल को आउट दे दिया था, लेकिन रिव्यू में इस फैसले को पलट दिया गया।
अश्विन का फूटा गुस्सा
अश्विन ने पॉल राइफल के फैसलों पर नाराजगी जताई। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल एश की बात पर कहा- ‘मैं उनसे (पॉल राइफल) बात करना चाहता हूं। मैं ये नहीं कह रहा कि मुझे उन्हें आउट देने के लिए कहना चाहिए। ऐसा नहीं है। जब भी भारत गेंदबाजी करता है, उन्हें हमेशा लगता है कि वो आउट नहीं है। जब भी भारत बल्लेबाजी करता है, उन्हें हमेशा लगता है कि वो आउट है। अगर ऐसा सिर्फ भारत के साथ हो रहा है तो आईसीसी को अंपायरिंग पर ध्यान देने की जरूरत है।’
कुंबले ने भी जताई नाराजगी
अनिल कुंबले ने भी रूट को मिले जीवनदान पर नाराजगी जताई थी। रिव्यू में पता चला कि गेंद स्टंप से टकरा रही थी, लेकिन अंपायर कॉल के कारण उन्हें जीवनदान मिल गया। कुंबले ने कहा- ‘लगता है पॉल राइफल ने फैसला किया है कि यह आउट नहीं होगा। अगर कोई भी गेंद आउट के करीब होती, तो आउट नहीं होता।’
‘जब तक पॉल अंपायरिंग करेंगे, भारत नहीं जीतेगा’
इस दौरान अश्विन ने बताया कि उनके साथ उनके पिता भी मैच देख रहे थे। उनके पिता ने कहा कि जब तक पॉल राइफल यहां हैं, हम मैच नहीं जीत रहे। अश्विन ने आगे कहा- ‘लेकिन यह पहली बार नहीं था (गलत फैसला दिया गया था)। मेरे पिताजी मेरे साथ मैच देख रहे थे और कह रहे थे, ‘अगर पॉल राइफल मैदान में हैं, तो हम नहीं जीतेंगे।’ जब भी पॉल राइफल अंपायरिंग करते हैं, फैसले भारत के खिलाफ जाते हैं। जब हम गेंदबाजी करते हैं, तो अंपायर का फैसला आमतौर पर नॉट आउट होता है। जब हम बल्लेबाजी करते हैं, तो अंपायर का फैसला (हमारे पक्ष में) नहीं होता। इसमें कुछ तो बात है। मेरे पिताजी कहते हैं कि जब भी वह अंपायरिंग करते हैं, भारत हार जाता है।’