संचार नाउ। हरियाली के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराते हुए ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने उद्यानों के रखरखाव में कोताही बरतने वाली चार निजी एजेंसियों पर ₹1.10 लाख का जुर्माना ठोका है। वहीं, सेक्टर म्यू वन की ग्रीन बेल्ट में हो रहे अतिक्रमण पर तत्काल रोक लगाते हुए निर्माण सामग्री जब्त की गई है। अब उस स्थान पर पौधरोपण कराया जाएगा।
दरअसल, सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर प्राधिकरण का उद्यान विभाग क्षेत्र में ग्रीन बेल्ट, पार्क और सेंट्रल वर्ज की सतत निगरानी कर रहा है। वही खामियां मिलने पर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
ओएसडी गुंजा सिंह ने जानकारी दी कि शुक्रवार को डीजीएम संजय कुमार जैन के नेतृत्व में उद्यान विभाग की टीम ने क्षेत्र में निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान:
- सेक्टर गामा-1 के सेंट्रल वर्ज पर खराब रखरखाव के चलते मैसर्स मानवी कंस्ट्रक्शन पर ₹50,000
- सेक्टर बीटा-1 के पार्कों की उपेक्षा पर सरिता इंटरप्राइजेज पर ₹20,000
- 130 मीटर रोड के सेंट्रल वर्ज पर वंशिका लैंडस्केप पर ₹30,000
- एसीसी प्लांट से तिगड़ी गेट तक ग्रीन बेल्ट की दुर्दशा पर एमएसवी एसोसिएट्स पर ₹10,000
का जुर्माना लगाया गया है। यह राशि संबंधित एजेंसियों के भुगतान से काटी जाएगी।
सेक्टर म्यू वन में अतिक्रमण पर एक्शन
प्रबंधक प्रशांत समाधिया व मिथिलेश कुमार की टीम ने म्यू वन में अतिक्रमण की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए निर्माण सामग्री जब्त की और पौधरोपण के निर्देश दिए।
ACEओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने कहा कि ग्रीनरी ग्रेटर नोएडा की पहचान है, इसे बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। बारिष के इस मौसम में अधिक से अधिक पौधे लगाएं और उनकी देखभाल करें। प्राधिकरण लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करता रहेगा।
निवासियों से अपील
प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडावासियों से हरियाली बचाने की मुहिम में भागीदारी निभाने और स्वच्छ व हरा-भरा शहर बनाने में सहयोग देने की अपील की है।