संचार नाउ। तलाब न सिर्फ आसपास के एरिया में जल स्तर बनाए रखने के लिए अहम स्रोत है बल्कि इससे गांव की खूबसूरती भी बढ़ जाती है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने इसी सोच के साथ गांवों में स्थित तालाबों के जीर्णोद्धार की पहल की है। प्राधिकरण खुद से तथा निजी भागीदारी से गांवों में स्थित तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए सतत प्रयास कर रहा है। इसकी बानगी डबरा और जैतपुर के तालाब के रूप में दिख रही है। यह दोनों ही तालाब पहले कूड़े से अटे पड़े थे।
दरअसल, प्राधिकरण और पॉन्ड मैन रामवीर तंवर की टीम ने मिलकर साफ सफाई की। पौधरोपण भी किया गया। डबरा गांव के तालाब के चारों ओर पीपल, नीम, बरगद, नींबू आदि प्रजाति के पौधे लगाए गए हैं, जिससे आने वाले दिनों में तालाब के चारों और हरियाली भी खूब दिखेगी। इस पहल से तालाबों की सूरत बदल गई है। इन तालाबों में अब साफ पानी दिख रहा है।
परियोजना विभाग की तरफ से बताया गया है कि ग्रेटर नोएडा के 281 तालाबों में से प्राधिकरण अब तक 194 तालाबों की साफ सफाई करा चुका है, जिसमें से 41 तालाबों की सफाई निजी भागीदारी से की गई है। आने वाले दिनों में शेष तालाबों की भी सफाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त कुछ तालाबों पर अतिक्रमण है, जिसे प्राधिकरण पुलिस- प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण मुक्त कराकर उनका भी जीर्णोद्धार करने की तैयारी कर रहा है।
प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने बताया कि तालाब न सिर्फ भूजल स्तर को मेनटेन रखते हैं, बल्कि उसमें रहने वाले जलीय जंतुओं का जीवन सुरक्षित रहता है। साफ-सुथरे तालाबों से गांवों की खूबसूरती में भी बढ़ जाती है। लोग इनके चारों ओर सुबह- शाम सैर भी कर सकते हैं। प्राधिकरण खुद से गैर सरकारी संगठनों और निजी भागीदारी से तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए निरंतर प्रयास करता रहेगा। ग्रेटर नोएडा के सामाजिक व अन्य गैर सरकारी संगठनों से अपील है कि तालाबों के जीर्णोद्धार में भागीदारी निभाएं और ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ व सुंदर शहर बनाने में सहयोग करें ।