नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबले को भले ही कितना भी हाई वोल्टेज बताया जाए लेकिन सच्चाई ये है कि दोनों टीमों के बीच कोई मुकाबला नहीं. पाकिस्तान की क्रिकेट में गिरावट एक बार फिर देखने को मिली. रविवार को एशिया कप में भारत के खिलाफ टीम को 7 विकेट की एकतरफा हार का सामना किया. मैच के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान की टीम से हाथ नहीं मिलाया. मैच के बाद हैंडशेक विवाद हर तरफ चर्चा में रही. इस बीच पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, पाकिस्तान का स्तर बहुत गिर चुका है, इससे अच्छा तो भारत और अफगानिस्तान का मैच देखूंगा.

एशिया कप में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. लेकिन यह फैसला उल्टा पड़ गया. उन्होंने भारत की गेंदबाजी के सामने घुटने टेक दिए और किसी तरह 20 ओवर में 127 रन बनाए. भारत ने 25 गेंद रहते लक्ष्य को हासिल कर लिया. कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 47 रन की नाबाद पारी खेली औऱ छक्के से टीम को जीत दिलाई. हैंडशेक विवाद के अलावा, पाकिस्तान को क्रिकेट जगत से आलोचना मिल रही है. इस बीच, भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने पाकिस्तान क्रिकेट की गिरावट को उजागर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
सोमवार को पीटीआई से बात करते हुए गांगुली ने कहा, “पाकिस्तान का मुकाबला नहीं है. मैं यह सम्मान के साथ कहता हूं, यह सिर्फ इसलिए है क्योंकि मैंने उनकी टीम को देखा है. यह टीम में गुणवत्ता की कमी है. भारत क्रिकेट में पाकिस्तान और इन एशिया कप टीमों से बहुत आगे है. एक या दो दिन होंगे जब वे हार जाएंगे लेकिन ज्यादातर दिनों में वे (भारत) सबसे अच्छी टीम होंगे.”
उन्होंने मजाक में कहा, पूर्व कप्तान ने यह भी स्वीकार किया कि वह एकतरफा मुकाबले से हैरान नहीं थे. “मैं वास्तव में जो मैंने देखा उससे हैरान नहीं हूं. मैंने पहले 15 ओवर के बाद देखना बंद कर दिया और मैनचेस्टर यूनाइटेड और मैन सिटी (इंग्लिश प्रीमियर लीग में) देखना शुरू कर दिया.”
गांगुली ने आगे कहा, “भारत और पाकिस्तान के बीच अब कोई मुकाबला नहीं है. मैं हमेशा कहता हूं, हम पाकिस्तान को वकार यूनिस, वसीम अकरम, सईद अनवर और जावेद मियांदाद के रूप में सोचते हैं. लेकिन यह आधुनिक पाकिस्तान के साथ ऐसा नहीं है, यह अब चॉक और चीज़ जैसा है. कोई मुकाबला नहीं है. मैं भारत को ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, श्रीलंका या यहां तक कि अफगानिस्तान के खिलाफ खेलते देखना पसंद करूंगा. मुझे नहीं लगता कि भारत और पाकिस्तान अब एक मुकाबला हैं. हम इसे बढ़ावा देते रहते हैं, और पिछले पांच वर्षों में हर बढ़ावा टूट गया है. यह एकतरफा ट्रैफिक रहा है.”













