यूपी के बहराइच से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। पुलिस और प्रशासनिक टीम के साथ अफसर जब अवैध मदरसे का निरीक्षण करने पहुंचे तो यहां नजारे ने एक बार सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया। जैसे ही शौचालय का दरवाजा खोला गया तो सभी दंग रह गए। अंदर से एक-एक करके नाबालिग लड़कियां निकलने लगीं। सभी लड़कियां नाबालिग थीं। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने मदरसे को तत्काल बंद कराने तथा बच्चियों को सुरक्षित उनके घर भिजवाने के निर्देश दिए हैं।

दरअसल पयागपुर तहसील क्षेत्र की एक तीन मंजिला इमारत में अवैध तरीके से मदरसे का संचालन हो रहा था। मदरसे में कुछ अनर्गल तरीके से काम होने की शिकायत मिली थी। पयागपुर तहसील के उप जिलाधिकारी अश्विनी कुमार पांडे ने बताया कि वह शिकायत के आधार पर अपनी टीम के साथ पहलवारा गांव में तीन मंजिला भवन पर संचालित अवैध मदरसे का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने बताया, ‘मदरसा संचालकों ने पहले तो हमें ऊपर जाने से रोका। पुलिस बल की मौजूदगी में जब हमने मदरसे में प्रवेश किया तो छत पर बने शौचालय का दरवाजा बंद मिला। महिला पुलिस बल ने दरवाजा खुलवाया तो अंदर का नजारा दंग कर देने वाला था। शौचालय में छिपी 40 बच्चियां एक-एक कर बाहर आने लगीं। सभी की उम्र नौ से 14 वर्ष के बीच है।
बच्चियां सहमी हुई थीं और कुछ बता नहीं पा रही थीं।’ जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मोहम्मद खालिद ने बताया कि बच्चियां शौचालय में क्यों बंद थीं, इस सवाल पर मदरसे की शिक्षिका तकसीम फातिमा ने बताया कि वे अचानक हुए निरीक्षक के चलते मची अफरातफरी से डरकर खुद ही शौचालय में जाकर छुप गयी थीं। खालिद ने बताया ‘मदरसे के अभिलेखों की जांच शुरू कर दी गयी है। फिलहाल मदरसे को बंद करने के निर्देश दिए गये हैं।
मदरसा प्रबंधन से बच्चियों को सुरक्षित उनके घरों तक भिजवाने के लिए कहा गया है।’ इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) रामानंद प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि किसी बच्चे के अभिभावक, उप जिलाधिकारी या अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की ओर से अभी तक प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कोई तहरीर नहीं मिली है। उनके अनुसार, अगर कोई शिकायत मिलेगी तो कार्यवाही की जाएगी।