मुजफ्फरनगर: यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में अपराध की दुनिया से जुड़ा एक और बड़ा चेहरा पुलिस के एनकाउंटर में खत्म हो गया। शुक्रवार देर रात बुढ़ाना थाना क्षेत्र के परसोली जंगल में पुलिस और कुख्यात बदमाश मेहताब के बीच हुई मुठभेड़ में इनामी अपराधी ढेर हो गया। पुलिस ने मौके से हथियार और कारतूस बरामद किए हैं। इस मुठभेड़ में एक दरोगा और एक सिपाही भी घायल हुए है जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है।

सरेंडर की चेतावनी पर की फायरिंग
शामली जिले के रसूलपुर निवासी मेहताब पर लूट, डकैती और रंगदारी समेत 18 से अधिक गंभीर मुकदमे दर्ज थे। लंबे समय से फरार चल रहा यह अपराधी पुलिस की वांछित सूची में शामिल था। पुलिस को सूचना मिली कि मेहताब परसोली के जंगल में छिपा है। घेराबंदी के दौरान पुलिस ने आत्मसमर्पण करने को कहा, लेकिन उसने जवाब देने के बजाय ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से मेहताब गंभीर रूप से घायल हुआ। उसे बुढ़ाना सीएचसी ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने एक पिस्टल, रिवॉल्वर, बाइक और कारतूस बरामद किए हैं। वही इस मुठभेड़ के दौरान गढ़ी सखावत चौकी प्रभारी दरोगा ललित कसाना व सिपाही अलीम घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है।
एसएसपी और एएसपी मौके पर
सूचना मिलते ही मुजफ्फरनगर एसएसपी संजय वर्मा और एसपी देहात आदित्य बंसल टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल की जांच की। पुलिस के अनुसार, मेहताब हाल ही में एक सर्राफा व्यापारी से हुई लूट की वारदात में भी शामिल था। वह कई आपराधिक गिरोहों से संपर्क में था और इलाके में दहशत का कारण बना हुआ था।
5 दिन पहले मारा गया था नईम कुरैशी
यह दूसरा मौका है जब पुलिस ने चंद दिनों में किसी बड़े इनामी अपराधी को ढेर किया है। ठीक पांच दिन पहले 28 सितंबर को मुजफ्फरनगर पुलिस ने 1 लाख के इनामी बदमाश नईम कुरैशी को मीरापुर क्षेत्र में एनकाउंटर में मार गिराया था। उस पर हत्या, लूट और रंगदारी जैसे 36 मुकदमे दर्ज थे।
नईम के साथ हुई मुठभेड़ में पुलिस और बदमाशों के बीच 30 मिनट तक करीब 20 राउंड फायरिंग हुई थी। इसमें नईम मारा गया, जबकि उसका साथी फरार हो गया था। उस दौरान हेड कॉन्स्टेबल कालू राम घायल हुए थे और एसएचओ बबलू वर्मा की जैकेट पर गोली लगी थी।