उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में तीन करोड़ की कफ सिरप जब्त की गई है। सरकार ने इस कफ सिरप पर पहले ही बैन लगा रखा है। प्रतिबंधित कफ सिरफ की 1.19 लाख बोतलें झारखंड ले जाई जा रही थीं। पुलिस ने सोनभद्र में जांच के दौरान इन्हें पकड़ा। पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम ने प्रतिबंधित कफ सिरप जब्त की और इस सिलसिले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि गाजियाबाद से झारखंड दो कंटेनर ट्रकों में ले जाई जा रही लगभग 3 करोड़ रुपये मूल्य की 1.19 लाख बोतलें प्रतिबंधित कफ सिरप शनिवार शाम उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के चुर्क के पास जब्त की गईं और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं आरोपी
पुलिस अधिक्षक ने बताया कि कफ सिरप की जांच के बाद औषधि निरीक्षक ने पुष्टि की कि उसमें मादक पदार्थ कोडीन है, जो स्वापक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत प्रतिबंधित दवा की श्रेणी में आता है। अधिकारी ने बताया कि तीनों आरोपी मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। हेमंत पाल शिवपुरी का रहने वाला है। वहीं, ब्रजमोहन शिवहरे और रामगोपाल धाकड़ ग्वालियर जिले के निवासी हैं।
चिप्स और स्नैक्स में छिपाकर करते थे तस्करी
आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वे अधिकारियों से बचने के लिए चिप्स और स्नैक्स के डिब्बों के बीच प्रतिबंधित सामग्री की तस्करी करते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने यह भी खुलासा किया कि झारखंड में एक व्यक्ति उन्हें यह बताने वाला था कि खेप कहां उतारनी है। तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
क्यों बैन है कोडीन?
कुछ लोग कोडीन युक्त सिरप का उपयोग नशे के लिए करते हैं। खासकर युवाओं में ऐसी प्रवृत्ति ज्यादा है। इसी वजह से कोडीन को बैन किया गया है। इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करने से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। कुछ मामलों में मरीज की मौत भी हो सकती है।