भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज का आखिरी मुकाबला 25 अक्टूबर को सिडनी के मैदान पर खेला जाना है. शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया पहले दो मैच हारने के बाद सीरीज गंवा चुकी है. अब सिडनी में भारतीय टीम सम्मान की लड़ाई लड़ने उतरेगी. टीम के बल्लेबाजों का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है. विराट कोहली दोनों ही मैचों में बिना खाता खोले पवेलियन लौटे हैं.

वहीं, केएल राहुल और खुद कप्तान गिल भी कुछ खास छाप छोड़ने में नाकाम रहे हैं. पिछले मुकाबले में रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर के बल्ले से जरूर रन निकले थे. गेंदबाजी में अर्शदीप को छोड़कर टीम के अन्य बॉलर्स कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके हैं.
कैसी खेलती है सिडनी की पिच?
सिडनी के ग्राउंड पर बल्लेबाजों की फुल मौज रहती है. गेंद बल्ले पर काफी आसानी से आती है और शॉट्स लगाना काफी आसान रहता है. पिच में अच्छा बाउंस और उछाल देखने को मिलता है, जिसका फायदा शुरुआती ओवरों में तेज गेंदबाज भी उठाते हुए नजर आते हैं.
हालांकि, पिच मे नमी खत्म होने के बाद बल्लेबाज जमकर चौके-छक्के बरसाते हुए दिखाई देते हैं. मैच जैसे-जैसे आगे बढ़ता है वैसे ही पिच से स्पिन गेंदबाजों को भी मदद मिलती है. यानी कुल मिलाकर कहानी यह है कि सिडनी में आपको पर्थ और एडिलेड से ज्यादा रन बनते हुए दिखाई दे सकते हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े?
सिडनी ने अब तक कुल 168 मैचों की मेजबानी की है. इसमें से 96 मैचों में जीत पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम के हाथ लगी है. वहीं, 64 मैचों में मैदान रनों का पीछा करने वाली टीम ने मारा है. यानी ऑस्ट्रेलिया के इस ग्राउंड पर चेज करना कतई आसान नहीं रहता है. पहली पारी का औसतन स्कोर सिडनी में 224 का रहा है. वहीं, दूसरी इनिंग में एवरेज स्कोर 189 रनों का रहा है. सिडनी में साउथ अफ्रीका ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 408 रन ठोके थे, जो इस मैदान का सबसे बड़ा स्कोर भी है.
टीम इंडिया की संभावित प्लेइंग 11
शुभमन गिल, रोहित शर्मा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, अक्षर पटेल, केएल राहुल, कुलदीप यादव, नीतीश कुमार रेड्डी, प्रसिद्ध कृष्णा, अर्शदीप सिंह, मोहम्मद सिराज.












