बॉलीवुड एक्टर ममता कुलकर्णी आए दिन किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहती हैं. दरअसल, आज गोरखपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बॉलीवुड एक्टर ममता कुलकर्णी का काफी चौंका देने वाला बयान सामने आया है. उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम लेते हुए कहा कि वह आतंकवादी नहीं है, बम ब्लास्ट जैसी किसी भी साजिश में उसका नाम कभी नहीं आया. ममता कुलकर्णी ने आगे कहा कि मीडिया और कुछ राजनीतिक ताकतों ने सालों से दाऊद को गलत तरीके से पेश किया है.

उनके मुताबिक अगर किसी पर किसी तरह का इल्ज़ाम हैं तो उन्हें सबूतों के आधार पर साबित किया जाना चाहिए, न कि प्रचार- प्रसार से किसी को दोषी मान लिए जाए. उनके इस बयान के बाद सियासी और सामाजिक हलकों में हलचल मच गई है. कई संगठनों ने इस टिप्पणी को ‘विवादित और भड़काऊ’ बताया है. वहीं कुछ हामियों ने इसे ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ की मिसाल बता रहे हैं. स्थानीय प्रशासन का कहना है कि ममता के बयान का वीडियो को लेकर अगर इसमें किसी तरह की सांप्रदायिक या कानून-व्यवस्था से जुड़ी कोई शिकायत करता है, तो कानूनी जांच की जाएगी.
ममता कुलकर्णी का मुस्लिम धर्म से क्या ताल्लुक?
1972 में पैदा हुई ममता कुलकर्णी ने कभी शादी नहीं की. 2013 में अफवाहें उड़ी कि ममता कुलकर्णी ने इस्लाम धर्म कुबूल कर लिया है, जिसके बाद उनका एक बयान सामने आया था कि अगर इस्लाम धर्म कुबूल भी कर लूं तो इसमें कोई ग़लत बात नहीं है. यानी उन्होंने खुद खुलकर कहा था कि धर्म‑परिवर्तन की सोच उनके लिए गलत नहीं है. यहां तक कि कई रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया कि ममता कुलकर्णी और विक्की गोस्वामी रिलेशनशिप में थे, जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे से शादी कर ली थी. हालांकि , ममता कुलकर्णी ने इसे सरासर गलत बतातें हुए इन अटकलों को खारिज कर दिया और इसे “पूरी तरह से झूठ” करार दिया. ममता कुलकर्णी ने कहा, “लोगों को किसी भी तरह का कोई हक नहीं है कि किसी ऐसे शख्स के बारे में नकारात्मक बातें करें, जिसके बारे में वे बहुत कम जानते हों, या कुछ भी नहीं जानते हों, और ये रही शादी की बात तो इसके लिए हमारे पास वक्त नहीं है.
ममता कुलकर्णी का फिल्मी दुनिया से क्या रिश्ता?
ममता कुलकर्णी के फिल्मी दुनिया की बात करें, तो उन्होंने 1991 में शोभा चंद्रशेखर के ज़रिए डायरेक्ट की गई तमिल फिल्म ‘नानबरगल’ से शुरूआत की थी, इस फिल्म का हिंदी रीमेक बनाई गई, जो एक्ट्रेस की बॉलीवुड डेब्यू फिल्म मानी जाती है. उनकी टॉप 5 फिल्में ‘तिरंगा’, ‘करण अर्जुन’, ‘कभी तुम्हें तुम कभी तुम’, ‘आशिक अवारा’ और ‘बाजी’ हैं. ममता की आखिरी रिलीज बॉलीवुड फिल्म साल 2002 में आई ‘कभी तुम कभी हम’ थी. वहीं आखिरी फिल्म 2003 में आई बंगाली फिल्म ‘शेश बोंगसोधर’ में ममता कुलकर्णी नज़र आई थी. अब ममता कुलकर्णी ने फिल्मी दुनिया से सन्यास ले लिया है. साल 2025 में उन्होंने महाकुंभ प्रयागराज में पिंडदान और संन्यास की दीक्षा ले चुकी है, और अब किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर बन गई हैं. जिन्हे अब श्री यामाई ममता नंद गिरि के नए नाम से जाना जाता है, और अब वो अपना जीवन मानव कल्याण के लिए समर्पित करने का दावा कर रही हैं.
ममता कुलकर्णी के फिल्मी दुनिया की बात करें, तो उन्होंने 1991 में शोभा चंद्रशेखर के ज़रिए डायरेक्ट की गई तमिल फिल्म ‘नानबरगल’ से शुरूआत की थी, इस फिल्म का हिंदी रीमेक बनाई गई, जो एक्ट्रेस की बॉलीवुड डेब्यू फिल्म मानी जाती है. उनकी टॉप 5 फिल्में ‘तिरंगा’, ‘करण अर्जुन’, ‘कभी तुम्हें तुम कभी तुम’, ‘आशिक अवारा’ और ‘बाजी’ हैं. ममता की आखिरी रिलीज बॉलीवुड फिल्म साल 2002 में आई ‘कभी तुम कभी हम’ थी. वहीं आखिरी फिल्म 2003 में आई बंगाली फिल्म ‘शेश बोंगसोधर’ में ममता कुलकर्णी नज़र आई थी. अब ममता कुलकर्णी ने फिल्मी दुनिया से सन्यास ले लिया है. साल 2025 में उन्होंने महाकुंभ प्रयागराज में पिंडदान और संन्यास की दीक्षा ले चुकी है, और अब किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर बन गई हैं. जिन्हे अब श्री यामाई ममता नंद गिरि के नए नाम से जाना जाता है, और अब वो अपना जीवन मानव कल्याण के लिए समर्पित करने का दावा कर रही हैं.












