नए नोएडा को बसाने के लिए एक बार फिर नोएडा प्राधिकरण ने शासन से अधिकारी और कर्मचारी मांगे हैं। दो तहसीलदार, चार लेखपाल सहित अन्य अधिकारी की मांग की गई है। पिछले साल भी प्राधिकरण ने स्टाफ मांगा था, लेकिन नहीं मिला ।

दादरी और बुलंदशहर के 80 गांवों की जमीन पर नया नोएडा बसाया जाना प्रस्तावित है। संबंधित गांवों में निर्माण के लिए नोएडा प्राधिकरण से अनुमति लेनी होगी, इसको लेकर अधिसूचना जारी हो चुकी है। अब जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया की जानी है लेकिन किस मॉडल पर जमीन ली जाएगी, यह तय नहीं हो सका है। किस दर से मुआवजा दिया जाए, कितनी विकसित भूमि छोड़ी जाए, इसको लेकर खाका तैयार किया जाएगा। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि शासन से नए नोएडा के लिए दो तहसीलदार, दो नायाब तहसीलादार और चार लेखपाल मांगे गए हैं। यह स्टॉफ मिलने के बाद नए नोएडा के क्षेत्र में एक ऑफिस खोला जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि नए नोएडा के गांवों के लिए मुआवजा दर तय करते समय गांवों की जेवर एयरपोर्ट से दूरी, गौतमबुद्धनगर औरबुलंदशहर के गांवों का सर्किल रेट सहित कई बिंदुओं को देखा जा रहा है। नया नोएडा करीब 209 वर्ग किमी का बसाया जाना है। इसके लिए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस के साथ जहां जीटी रोड से सड़क अलग होती है। सबसे पहले वहां से लगे गांव की जमीन का अधिग्रहण शुरू किया जाए। इस गांव में जोखाबाद, सांवली भी आता है। इन गांवों के प्रधान से बातचीत की गई है। यहां आपसी समझौते के आधार पर जमीन किसानों से खरीदी जाएगी। इन्हीं गांवों के आसपास प्राधिकरण दफ्तर बनाएगा।












