संचार नाउ। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण गेट पर मंगलवार को सेव एनिमल टीम ने घायल और बेसहारा गोवंश के उपचार व संरक्षण को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने अपनी नाराजगी जताने के लिए छोटे गोवंश को प्राधिकरण के मुख्य गेट पर ही बांध दिया, जिसके बाद बड़ी संख्या में महिलाएं और टीम के सदस्य अपनी मांगों को लेकर प्रोटेस्ट में शामिल हो गए। हालात को देखते हुए पुलिस अधिकारी भी भारी संख्या में मौके पर तैनात किए गए।

दरअसल, प्रदर्शन की सूचना मिलने पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। इसके बाद सेव एनिमल टीम ने फिलहाल धरना समाप्त कर दिया, लेकिन साफ चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
सेव एनिमल टीम की ओर से विकास ने बताया कि डाढ़ा गांव की गोचर भूमि पर पहले से श्मशान बना हुआ है, वहीं उनकी टीम के द्वारा एक अस्थाई गौशाला चलाकर घायल और बीमार गोवंश का उपचार किया जा रहा था। लेकिन कुछ दिनों पहले प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंची और अस्थाई गौशाला को ढहा दिया। विकास ने कहा कि जैसे इंसानों की जनसंख्या बढ़ रही है, वैसे ही गौवंश की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है, लेकिन अस्पतालों की दूरी के चलते घायल गोवंश को समय पर उपचार नहीं मिल पाता। उनकी टीम सरकारी सिस्टम की मदद करना चाहती है, न कि बाधा बनना।
हालांकि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर में दो गौशालाएं जरूर बनाई हैं, लेकिन दोनों ही काफी दूर स्थित हैं। विकास ने कहा कि किसी घायल गोवंश को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाना बेहद मुश्किल होता है। इसलिए मांग की गई है कि गांव की गोचर भूमि जिसे प्राधिकरण ने बिना मुआवज़ा दिए अधिग्रहण कर लिया है उसी भूमि पर एक स्थाई गौशाला बनाई जाए।
विकास ने कहा कि प्राधिकरण के अधिकारियों के आश्वासन पर आज का धरना समाप्त किया गया है, लेकिन यदि मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो यह आंदोलन व्यापक स्तर पर होगा। ग्रेटर नोएडा में गौवंश संरक्षण और उनकी सुरक्षा से जुड़े मुद्दे एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं और अब यह देखना अहम होगा कि प्राधिकरण इन मांगों पर क्या कदम उठाता है।











