ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे और आसपास के इलाकों में देर रात की गई रैंडम चेकिंग के दौरान पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह को बड़ी लापरवाही मिली. सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने निकली कमिश्नर ने पाया कि कई पीआरवी के जवान अपनी निर्धारित लोकेशन पर मौजूद ही नहीं थे. मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने तुरंत 10 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने का आदेश दिया.

इसके साथ ही डायल-112 के प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पांडे को कमजोर पर्यवेक्षण और लापरवाही के आधार पर लाइन हाजिर किया गया है. पीआरवी पर तैनात एक होमगार्ड पर भी गाज गिरी है.
पहली चेकिंग: रात 8 बजे
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने कितने पुलिसकर्मियों को लापरवाही के कारण निलंबित किया?
रात 8 बजे की गई पहली चेकिंग में कमिश्नर की टीम ने कुल 4 पीआरवी की जांच की. आश्चर्यजनक रूप से इनमें से 3 पीआरवी के पुलिसकर्मी लोकेशन पर मौजूद नहीं मिले. सिर्फ एक टीम अपनी ड्यूटी पर तैनात पाई गई.
दूसरी चेकिंग: रात 10 बजे
दो घंटे बाद दोबारा की गई चेकिंग में भी स्थिति सुधरी हुई नहीं दिखी. इस बार भी 4 में से 2 पीआरवी दल ड्यूटी से गायब मिले. लगातार दो निरीक्षणों में मिली इस लापरवाही ने अधिकारियों को चौंका दिया.
10 पुलिसकर्मी निलंबित
इसके बाद दोनों चेकिंग में गायब पाए गए कुल 10 पुलिसकर्मियों को कमिश्नर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और उनपर विभागीय जांच भी जांच कराई जाएगी.
बता दें कि सर्दियों में अपराध बढ़ने की संभावना ज्यादा रहती है और इसे रोकने के लिए पुलिसकर्मियों के अलावा अतिरिक्त निरीक्षक तैनात किए जाते हैं और गश्त बढ़ाई जाती है. फिलहाल, लक्ष्मी सिंह के इस कड़े एक्शन के बाद लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को एक सबक जरूर मिला है.











