आज का पंचांग (7 December 2025): आज मार्गशीर्ष कृष्ण तृतीया दोपहर 12 बजकर 25 मिनट तक रहेगी, फिर चतुर्थी लग जाएगी। नक्षत्र पुनर्वसु 8 दिसंबर सुबह 4 बजकर 11 मिनट तक रहेगा, फिर पुष्य नक्षत्र शुरू हो जाएगा। चंद्रमा मिथुन राशि में रात 10 बजकर 38 मिनट तक रहेगा, उसके बाद कर्क राशि में प्रवेश करेगा। योग शुक्ल शाम 8 बजकर 7 मिनट तक रहेगा। करण वणिज सुबह 7 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। आज रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग 8 दिसंबर सुबह 4:11 से 7:02 बजे तक रहेगा > यह बहुत दुर्लभ और शुभ संयोग है।

सूर्योदय और चंद्रोदय का समय
सूर्य सुबह 7 बजकर 1 मिनट पर उदय होगा और शाम 5 बजकर 24 मिनट पर अस्त होगा। चंद्रमा शाम 7 बजकर 55 मिनट पर उदय होगा और 8 दिसंबर सुबह 9 बजकर 33 मिनट पर अस्त होगा। दिन की लंबाई 10 घंटे 23 मिनट 19 सेकंड और रात की 13 घंटे 37 मिनट 23 सेकंड रहेगी।
तिथि, नक्षत्र, योग और करण
कृष्ण तृतीया दोपहर 12:25 तक, फिर कृष्ण चतुर्थी। नक्षत्र पुनर्वसु 8 दिसंबर सुबह 4:11 तक, फिर पुष्य। करण बालव 8 दिसंबर सुबह 5:08 तक।
चंद्र मास और संवत
विक्रम संवत 2082 कालयुक्त, शक संवत 1947 विश्वावसु, गुजराती संवत 2082 पिंगल। चंद्र मास पौष (पूर्णिमांत), मार्गशीर्ष (अमान्त)। प्रविष्टे/गते 22।
ऋतु और अयन
ऋतु हेमंत (द्रिक और वैदिक), अयन दक्षिणायन।
7 दिसंबर का शुभ समय
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:12 से 6:06 बजे तक (ध्यान-जप के लिए सर्वोत्तम)
- प्रातः संध्या: सुबह 5:39 से 7:01 बजे तक
- अभिजित मुहूर्त: सुबह 11:52 से दोपहर 12:33 बजे तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 1:56 से 2:38 बजे तक
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 5:22 से 5:49 बजे तक
- सायाह्न संध्या: शाम 5:24 से 6:46 बजे तक
- रवि पुष्य योग + सर्वार्थ सिद्धि योग: 8 दिसंबर सुबह 4:11 से 7:02 बजे तक (हर शुभ कार्य के लिए स्वर्णिम समय)
7 दिसंबर का अशुभ समय
- राहुकाल: शाम 4:06 से 5:24 बजे तक
- यमगण्ड: दोपहर 12:13 से 1:31 बजे तक
- गुलिक काल: दोपहर 2:48 से 4:06 बजे तक
- दुर्मुहूर्त: शाम 4:01 से 4:43 बजे तक
- वर्ज्य: शाम 5:12 से 6:40 बजे तक
- भद्रा: सुबह 7:50 से शाम 6:24 बजे तक
- बाण: अग्नि – सुबह 7:54 बजे तक
आनंदादि और तमिल योग
आनंदादि योग में केतु/ध्वज 8 दिसंबर सुबह 4:11 तक, फिर श्रीवत्स। तमिल योग में सिद्ध 8 दिसंबर सुबह 4:11 तक, फिर सिद्ध ही रहेगा। जीवनम में पूर्ण जीवन, नेत्रम में दो नेत्र।
निवास और शूल
होमाहुति मंगल को। दिशा शूल पश्चिम दिशा में – पश्चिम की यात्रा टालें। अग्निवास शाम 6:24 तक पृथ्वी में, फिर आकाश में। चंद्र वास रात 10:38 तक पश्चिम में, फिर उत्तर में। राहु वास दक्षिण-पूर्व, शिववास शाम 6:24 तक क्रीड़ा में, फिर कैलाश पर। कुंभ चक्र 8 दिसंबर सुबह 4:11 तक उत्तर में।














