संचार नाउ। ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ और पर्यावरण-अनुकूल बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बल्क वेस्ट जनरेटरों के लिए स्वच्छता रैंकिंग प्रतियोगिता शुरू करने का ऐलान किया है। इस प्रतियोगिता में रिहायशी सोसाइटियों के साथ-साथ गैर-रिहायशी संस्थाएं भी हिस्सा ले सकेंगी। विजेताओं को आकर्षक नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।

रिहायशी व गैर-रिहायशी दोनों श्रेणियों में होगी प्रतियोगिता
प्राधिकरण द्वारा यह प्रतियोगिता दो श्रेणियों—रिहायशी सोसाइटियां और गैर-रिहायशी संस्थाएं—के लिए आयोजित की जा रही है। दोनों ही श्रेणियों में प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कार की समान धनराशि तय की गई है, जिससे अधिक से अधिक संस्थाएं स्वच्छता अभियान से जुड़ सकें।
प्रथम पुरस्कार एक लाख रुपये, अन्य को भी मिलेगा सम्मान
स्वच्छता रैंकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली रिहायशी और गैर-रिहायशी संस्था को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा।
द्वितीय स्थान पर रहने वालों को 75 हजार रुपये, तृतीय स्थान पर 50 हजार रुपये और दोनों श्रेणियों में दो-दो संस्थाओं को 25-25 हजार रुपये का सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा।
26 दिसंबर से आवेदन शुरू, 9 जनवरी अंतिम तिथि
प्रतियोगिता के लिए 26 दिसंबर से ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं। इच्छुक रिहायशी सोसाइटियां और गैर-रिहायशी संस्थाएं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 9 जनवरी निर्धारित की गई है।
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 के पालन पर होगा मूल्यांकन
ग्रेटर नोएडा में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 लागू हैं, जिसके तहत बल्क वेस्ट जनरेटरों को अपने कचरे का निस्तारण स्वयं करना होता है। प्रतियोगिता में भाग लेने वाली संस्थाओं का मूल्यांकन इन्हीं नियमों के पालन, कचरे के पृथक्करण, कंपोस्टिंग और स्वच्छता से जुड़े अन्य निर्धारित पैरामीटरों के आधार पर किया जाएगा।
विशेषज्ञ टीम करेगी जांच, फरवरी में मिलेगा पुरस्कार
प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित विशेषज्ञों की टीम प्राप्त आवेदनों का निरीक्षण और मूल्यांकन करेगी। प्रतियोगिता के विजेताओं को फरवरी में प्रस्तावित पुष्प प्रदर्शनी के दौरान सम्मानित किया जाएगा।
स्वच्छता को जन-आंदोलन बनाने की पहल
प्राधिकरण का मानना है कि इस प्रतियोगिता से न केवल स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि रिहायशी सोसाइटियों और संस्थानों में कचरा प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था भी विकसित होगी। प्राधिकरण की एसीईओ ने ग्रेटर नोएडा की सभी सोसाइटियों और संस्थाओं से अपील की है कि वे बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और अपने परिसर को स्वच्छ रखने में सक्रिय भूमिका निभाएं।



