यूकेएसएसएससी-UKSSSSC की स्नातक स्तरीय परीक्षा के रिजल्ट के खिलाफ अफवाह फैलाने वाले दो कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इनमें एक सेंटर देहरादून और दूसरा चमोली का है। कोचिंग सेंटर संचालक खुद भी परीक्षा में शामिल हुए थे और फेल हो गए। यूकेएसएसएससी के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने सोमवार को बताया कि दोनों सेंटर संचालकों के खिलाफ मुकदमा कराया जा रहा है।
इन दोनों ने अफवाहें फैलाकर अन्य अभ्यर्थियों व छात्रों के परीक्षाफल का विरोध करने के साथ सोशल मीडिया पर भ्रामक तथ्य फैलाकर अन्य लोगों को उकसाने का प्रयास किया। यूकेएसएसएससी के सचिव सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि हाल में जानकारी में आया कि परीक्षा में पास कुछ अभ्यर्थियों के बारे में सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं प्रचारित की जा रही हैं।
सभी अफवाहों की बिंदुवार जांच की गई तो पता चला कि सभी तथ्य गलत हैं। अफवाह फैलाई गई कि एक अभ्यर्थी जगदीश सिंह के लोक सेवा आयोग, हरिद्वार द्वारा कराई गई पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा में 16 अंक थे, जबकि यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा में उन्होंने पांचवा स्थान प्राप्त किया गया। जांच में यह तथ्य गलत पाया गया।
इसी प्रकार कमल किशोर और चंद्रशेखर के बारे में अफवाह फैलाई कि उक्त दोनों गलत तरीकों का प्रयोग कर पास हुए। यह आरोप भी सहीं नहीं पाए गए। जांच में पाया गया कि परीक्षा के रिजल्ट के प्रति भ्रम फैलाने और युवाओं को उसका विरोध करने के लिए उकसाने को उक्त गलत सूचनाएं फैलाई जा रही थीं। इस विषय को काफी गंभीरता से लिया गया।