गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में गुरुवार की देर रात अचानक आग लग गई. आग की लपटें देखकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों में भगदड़ मच गई. सभी मरीजों को समय राहत मेडिकल कॉलेज के बाहर निकाल लिया गया है. वहीं वार्ड में धुआं भरने की वजह से सांस के एक रोगी की दम घुटने से मृत्यु हो गई, जिससे रोगी और तीमारदार में दहशत फैल गई. वार्ड की स्थिति यह हो गई कि ऑक्सीजन और पेशाब की थैली लगे हुए मरीज खुद ही जान बचाकर भागने लगे.
मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन इमरजेंसी वार्ड में 58 मरीज भर्ती थे, जिनमें 12 मरीज आईसीयू में वेंटिलेटर पर थे. डॉक्टरों और कर्मचारियों ने आनन-फानन में बिजली काटकर बचाव कार्य शुरू किया. मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की गाड़ियों ने पहले तो आग पर काबू पाया, लगभग 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने आग पर काबू पाया. जिसके बाद लाइट चालू करा कर वार्ड के अंदर जांच की गई कि कोई वार्ड में फंसा तो नहीं है.
जांच में 4 मरीज फंसे हुए थे और एक स्टाफ नर्स बेहोश की हालत में मिली जिसको बाहर निकाला गया. मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी मेडिसिन वार्ड में लगभग 10:00 बजे के आसपास आग लगी थी आग की लपटें और वार्ड में भरा दुआ देखकर सभी लोग घबरा गए मरीज और उनके परिजन अपनी जान बचाकर किसी तरह से बाहर निकले.
मरीजों और उनके तीमारदारों में डर इस तरह से था कि वह अपने मरीज को लेकर बीआरडी गेट पर चले गए और पूरी रात वही रहे. मेडिकल कॉलेज में करीब 2 घंटे तक बेहद खौफनाक मंजर रहा. बताया जा रहा है कि मेडिसिन इमरजेंसी वार्ड नंबर 14 के शौचालय की तरफ लगी विद्युत बोर्ड से रात करीब 10:00 बजे धुआं उठने लगा.
इसके बाद वार्ड में मौजूद तीमारदारों ने पहले तो उसे बुझाने का काफी प्रयास किया लेकिन सफल न होने पर इसकी सूचना रेजिडेंस डॉक्टर को दी. जिसके बाद कुछ तीमारदार अपने मरीज को लेकर भागने लगे जिससे वहां मौजूद और लोगों ने जब उन्हें भागते देखा तो वार्ड में भगदड़ मच गई.
वार्ड नंबर 14 के मरीजों और तीमारदारों को भागते देख बगल के वार्ड नंबर 11,12 के रोगी व उनके तीमारदार भी भागने लगे वार्ड नंबर 2 में बर्न और प्लास्टिक सर्जरी के रोगी भर्ती थे कुछ ही देर में यह सभी वार्ड खाली हो गया. हालांकि वहां मौजूद डॉक्टरों और कर्मचारियों ने समय रहते ही मरीजों को बाहर निकाल दिया. सूचना पाते ही पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ियों भी मौके पर पहुंच गई मेडिसिन इमरजेंसी वार्ड की बिजली काट दी गई रात करीब 12:00 बजे तक आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया. आग लगने की वजह इलेक्ट्रिक्स बोर्ड में शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है.
घटना की सूचना पर मौके पर आईजी जे रविंद्र गौण, कमिश्नर अनिल ढींगरा, एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई, जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश सहित पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी पहुंच गए. वार्ड में लगे सीसीटीवी से फुटेज निकाले जा रहे हैं ताकि हादसे की सही वजह का पता चल सके.
घटना की सही जानकारी पता चल सके इसके लिए CFO और इलेक्ट्रिकल सेफ्टी के ऑफिसर्स की जांच कमेटी भी बनाई गई है जो इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देंगे. बताया जा रहा है कि जहां पर इलेक्ट्रिक बोर्ड लगा हुआ है वहां स्टोर में काफी कबार भरा हुआ है इसी बोर्ड में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लगी और कुछ ही देर में आग रखेंगे कबाड़ को अपने आगोश में ले लिया.
दुर्घटना के समय वार्ड नंबर 14 में भर्ती थे 58 मरीज
गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन इमरजेंसी ( वार्ड नंबर 14) में 58 मरीज भर्ती थे. जिसमें से आईसीयू में 20 बेड है, वार्ड नंबर 14 के नीचे पीडियाट्रिक विभाग के वार्ड नंबर 12 में 18 मरीज भर्ती थे, वार्ड नंबर 12 के बगल में वार्ड नंबर 11 मेडिसिन वार्ड है जिसमें 72 वर्ड है तथा वार्ड नंबर 14 के सामने वार्ड नंबर 2 है जिसमें 54 बेड है, इसके साथ बर्न व न्यूरो सर्जरी वार्ड को खाली करवाया गया. सब मरीज बाहर या गैलरी में इधर-उधर पड़े थे बाद में उन्हें दूसरे वार्ड में शिफ्ट कराया गया.