बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा में कांवड़ जुलूस निकलने के दौरान फायरिंग कर माहौल बिगाड़ने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.आरोपी ने अपने कुछ साथियों के साथ 30 जुलाई यानी पिछले रविवार को फायरिंग कर शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी. इससे अफरा-तफरी मच गई.पुलिस अफसरों को माहौल शांत करने के लिए लाठीचार्ज करानी पड़ी.मगर, इसके कुछ घंटे बाद ही बरेली के पूर्व एसएसपी प्रभाकर चौधरी को हटा दिया गया था. जिसके चलते विपक्षी पार्टियों ने यूपी सरकार को घेरा था.हालांकि, यूपी सरकार ने एसएसपी के खुद हटाने को पत्र देने की बात कहकर मामला शांत किया था. कांवड़ को लेकर रविवार सुबह से ही जोगी नवादा छावनी में तब्दील है.यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.इसके साथ ही ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है.मगर, अचानक मृत गाय को उठाने आएं बुल्डोजर से जोगी नवादा में खलबली मच गई.लोगों को मुकदमों के आरोपियों के घरों पर बुल्डोजर चलने की उम्मीद थी.मगर, मृत सांड के उठाने के बाद लोगों ने चैन की सांस ली.
नेपाल भागने की था फिराक में
शहर के जोगीनवादा में फायरिंग कर माहौल खराब करने वाला हर्ष शर्मा उर्फ पंडित को एसओजी ने सुभाषनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया है.बताया जाता है कि वह नेपाल भागने की फिराक में था.शहर के बारादरी थाना क्षेत्र के चक महमूद निवासी आरोपी हर्ष शर्मा उत्तराखंड के बनबसा स्थित एक सरकारी गेस्ट हाउस में रुका था. एसओजी ने उसे बारादरी पुलिस को सौंप दिया है.पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.आरोपी को एक सफेदपोश ने।सरकारी गेस्ट हाउस दिलाया था.वह सफेदपोश के लगातार संपर्क में था.उसकी सिफारिश पर ही बनबसा में एक सरकारी गेस्ट हाउस में पनाह मिली थी. यहां पर वह करीब चार दिन तक रहा. वहां से वह बार्डर के जरिए नेपाल भागना चाहता था.इसके बाद बरेली आ गया.उसे एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया.आरोपी अपना बार-बार मोबाइल फोन बंद करता था.जिससे पुलिस उस तक न पहुंच सके.
अंकित को बरेली आने की बताई थी बात
आरोपी हर्ष पंडित ने पुलिस गिरफ्त से बचने के लिए अपना मोबाइल फोन गेस्ट हाउस में छोड़ दिया था.जिससे लोकेशन वहीं की रहे. पुलिस ने जब उसकी कॉल डिटेल खंगाली, तो उसने वहां से निकलते समय किसी अंकित नामक युवक को फोन कर बताया था कि वह बरेली वापस आ रहा है.इसके आधार पर ही एसओजी की टीम सतर्क हुई, और उसे गिरफ्तार कर लिया.आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि कि उसने आनंद वाल्मीकि से साथ मिलकर फायरिंग की थी.
आरोपी पर कई मुकदमें दर्ज
आरोपी हर्ष के खिलाफ तीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.इसमें वह जेल भी जा चुका है. पूछताछ में आरोपी ने प्रेमनगर में एक स्नैचिंग की घटना में शामिल होने की बात स्वीकार की. हालांकि, उसमें उसका नाम सामने नहीं आया था.पुलिस पूछताछ कर रही कि उसने किसके इशारे पर फायरिंग की.मगर, अभी यह जानकारी नहीं दी है.पुलिस ने पांचवें सोमवार को लेकर जोगी नवादा में बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया है.इसके साथ ही ड्रोन कैमरों सेनिगरानी की जा रही है.विवादित क्षेत्र में बैरिकेडिंग कर दी गई है.
दो बार बवाल की कोशिश
शहर के जोगी नवादा में दो बार बवाल हुआ था.यहां के बवाल के बाद शहर में दंगा कराने की कोशिश थी.मगर, पुलिस ने खुराफातियों के मंसूबों को फेल कर दिया.इसके बाद से पुलिस हंगामा करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है.पुलिस अब तक कई मुकदमे दर्ज करके कई लोगों को जेल भेज चुकी है.इसके साथ ही अन्य उपद्रवियों की तलाश में वीडियो, और फुटेज खंगाले जा रहे हैं.
10 इंस्पेक्टर,100 सिपाही तैनात
शहर के जोगी नवादा में शांति व्यवस्था कायम करने को बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है.यहां दो कंपनी आरएएफ, चार कंपनी पीएसी तैनात की गई है.इसमें एक एएसपी, दो डिप्टी एसपी, पीएसी के एक उप सेना नायक,दो सहायक सेना नायक, 10 इंस्पेक्टर, 30 सब इंस्पेक्टर, पांच महिला सब इंस्पेक्टर, 50 हेड कांस्टेबल्स, 100 कांस्टेबल्स के साथ ही 30 महिला कांस्टेबल को तैनात किया गया है.
कांवर की अनुमति की निरस्त, आज नहीं निकली
जोगी नवादा के विवादित स्थल से बार बार कांवर निकालने की कोशिश की जा रही थी.यहां का दूसरा पक्ष नई परंपरा बताकर विरोध कर रहा था.दो रविवार को बवाल हुआ.मगर, इसके बाद फिर नए रास्ते से कांवड़ निकालने को अनुमति मांगी थी.प्रशासन ने विवाद होने को लेकर अनुमति को निरस्त कर दिया.इसलिए रविवार को कांवड़ नहीं निकाली गई हैं.
मृत सांड को उठाने आया बुलडोजर
शहर के जोगी नवादा इलाके में आवारा पशु घूमते रहते हैं. बताया जा रहा है कि उन्हीं में एक सांड की बीमारी के चलते मौत हो गई.इसका शव सुबह से क्षेत्र के एक खेत में पड़ा था.लोगों ने शिकायत की.इसके बाद नगर निगम की टीम ट्रैक्टर-ट्रॉली, और बुलडोजर लेकर पहुंची थी.निगम की टीम बुलडोजर की मदद से सांड के शव को ट्रैक्टर-ट्रॉली डालकर ले गई, लेकिन इस दौरान जिन्हें इसकी वजह की जानकारी नहीं थी, वे बुलडोजर देखकर तमाम तरह की चर्चाएं करने लगे.