अलीगढ़ के श्रीवार्ष्णेय कालेज में शुक्रवार को एक एलएलबी के छात्र ने आगरा विश्वविद्यालय की अव्यवस्थाओं से नाराज होकर आत्मदाह का प्रयास किया। छात्र ने कॉलेज कैंपस के अंदर ही खुद के ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाने की कोशिश की।
लेकिन इससे पहले ही मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए छात्र को बचा लिया और उसे आग लगाने से रोका। छात्र के कपड़े पूरी तरह से ज्वलनशील पदार्थ से भीग गए थे, जिसके बाद पुलिस ने उसके कपड़े उतरवाकर उसे पानी से साफ कराया, जिससे कि छात्र दुबारा खुद को आग लगाने का प्रयास न करे।
एडमिशन के एक हफ्ते बाद परीक्षा कराने का आरोप
छात्रों ने डॉ बीआर अंबडकर यूनिवर्सिटी आगरा के कुलपति पर तानाशाही करने का आरोप लगाया है। छात्रों का कहना है कि एक सप्ताह पहले ही छात्रों की एडमिशन प्रक्रिया पूरी हुई है और एक हफ्ते बाद ही परीक्षाएं शुरू कर दी गई हैं। एक हफ्ते में आखिर कौन सा विद्यार्थी परीक्षा दे सकता है।
इससे पहले यूनिवर्सिटी ने एलएलबी की परीक्षाएं कराई थी और सभी छात्रों को फेल कर दिया गया था। जिसमें छात्रों ने आरोप लगाया था कि बिना कॉपी जांचे ही छात्रों को फेल किया गया था। छात्रों का कहना था कि परिणाम पहले घोषित कर दिए गए थे, जबकि उत्तर पुस्तिकाएं बाद में यूनिवर्सिटी भेजी गई थी। इस मामले में यूनिवर्सिटी बैकफुट पर आई थी। जिसके बाद अब छात्र ने आत्मदाह का प्रयास किया है।
सोशल मीडिया पर की थी आत्मदाह की घोषणा
श्रीवार्ष्णेय कालेज से एलएलबी की पढ़ाई कर रहा अरुण कुमार सेकंड ईयर का छात्र है। वह आगरा विश्वविद्यालय की नीतियों से लगातार परेशान चल रहा था और उसे अपना भविष्य खराब होने का डर था। इस कारण उसने सोशल मीडिया पर भी आत्महत्या करने की घोषणा की थी।
छात्र ने ट्वीट करते हुए डीएम अलीगढ़ और एसएसपी को सूचना दी थी कि वह शुक्रवार को सुबह 11 बजेज आत्मदाह करेगा और इस घटना की सारी जिम्मेदारी आगरा विश्वविद्यालय के कुलपति की होगी। जिसके चलते गांधीपार्क पुलिस तत्काल एक्टिव हो गई थी और मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस ने समय से पहुंचकर छात्र की जान बचा ली।
परीक्षा का किया जाएगा बहिष्कार
एलएलबी थर्ड ईयर के छात्र राजा तिवारी ने बताया कि आगरा विश्वविद्यालय लगातार छात्रों का उत्पीड़न कर रहा है। जिसके चलते छात्रों का भविष्य अंधकार में जा रहा है। एडमिशन के एक सप्ताह बाद ही परीक्षा की तिथि निर्धारित कर दी गई है, जो कि पूरी तरह से गलत है। राजा ने बताया कि सभी छात्र एकजुट हो गए हैं और इस परीक्षा का बहिष्कार किया जाएगा। कोई भी छात्र परीक्षा में शामिल नहीं होगा।