कुलदीप यादव (43 रन पर चार विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने एशिया कप में श्रीलंका को मंगलवार को 41 रन से हराकर सुपर फोर चरण में लगातार दूसरी जीत के साथ फाइनल का टिकट कटा लिया. कुलदीप ने 9.3 ओवर में 43 रन देकर चार विकेट लिये जबकि रविंद्र जडेजा ने 10 ओवर में 33 रन पर दो विकेट चटकाये. जसप्रीत बुमराह ने दो तो वही मोहम्मद सिराज और हार्दिक पंड्या को एक-एक सफलता मिली. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 49.1 ओवर में 213 रन बनाने के बाद श्रीलंका की पारी को 41.3 ओवर में 172 रन पर समेट दी.इसके साथ ही एकदिवसीय में श्रीलंका को लगातार 13 जीत के बाद हार का स्वाद चखना पड़ा.
श्रीलंका के लिए दुनिथ वेलालगे का हरफनमौला खेल काफी साबित नहीं हुआ. मैन ऑफ द मैच वेलालगे ने पांच विकेट चटकाने के बाद नाबद 42 रन की पारी खेली. श्रीलंका ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 99 रन तक छह विकेट गंवा दिये थे लेकिन वेलालगे और धनंजय डिसिल्वा (41) ने 75 गेंद में 63 रन की साझेदारी कर टीम के लिए उम्मीदें बनाये रखी लेकिन इस साझेदारी के टूटने के बाद भारत को ज्यादा परेशानी नहीं हुई. वामहस्त स्पिनर वेलालगे ने 10 ओवर में 40 रन देते हुए करियर में पहली बार पांच विकेट चटकाये तो वहीं इस मुकाबले से पहले अपने 38 मैच के वनडे करियर में महज एक विकेट लेने वाले दायें हाथ के कामचलाऊ गेंदबाज असलंका ने अपने नौ ओवर में महज 18 रन खर्च कर चार विकेट लिये. महीश तीक्षणा को एक सफलता मिली. भारतीय टीम के खिलाफ एकदिवसीय में पहली बार स्पिनरों ने सभी 10 विकेट झटके. भारतीय टीम ने एक दिन पहले इसी मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ दो विकेट पर 356 रन बनाकर रिकॉर्ड 228 रन से जीत दर्ज की थी.
भारत के लिए कप्तान रोहित शर्मा ने 48 गेंद में 53 रन की तेज तर्रार पारी खेलने के साथ शुभमन गिल (13) के साथ पहले विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी की. वेलालगे ने अपने शुरुआती तीन ओवर में गिल, विराट कोहली (तीन रन) और रोहित को आउट कर भारतीय टीम को बैकफुट पर धकेल दिया. पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद शतकीय पारी खेलने वाले लोकेश राहुल (39) और इशान किशन (33) ने चौथे विकेट के लिए 89 गेंद में 63 रन की साझेदारी कर मैच में वापसी की कोशिश की लेकिन वेलालगे ने राहुल को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा. इसके बाद असलंका ने किशन को चलता किया और फिर निचले क्रम के बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखायी. अक्षर पटेल (26) ने मोहम्मद सिराज (नाबाद पांच) के साथ आखिरी विकेट के लिए 27 रन की साझेदारी कर टीम को 213 रन तक पहुंचाया. लक्ष्य का बचाव करते हुए भारतीय तेज गेंदबाजों ने शानदार शुरुआत दिलायी.
बुमराह ने तीसरे ओवर में पथुम निसंका (छह) और सातवें ओवर में कुसल मेंडिस (15) को पवेलियन की राह दिखायी तो वही सिराज ने दिमुथ करूणारत्ने (दो) को चलता किया जिससे आठवें ओवर के बाद श्रीलंका का स्कोर तीन विकेट पर 26 रन हो गया. सदीरा समरविक्रमा ने बुमराह और असलंका ने सिराज के खिलाफ लगातार दो चौके जड़े जिसके भारत भारतीय कप्तान ने गेंद स्पिनरों को थमा दी. जडेजा की गेंद पर 17वें ओवर में असलंका का कैच किशन ने टपका दिया लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ पांच विकेट लेने वाले कुलदीप ने विकेटकीपर राहुल की मदद से 18वें ओवर में समरविक्रमा और 20वें ओवर में असलंका को आउट कर मैच में भारत की वापसी करायी. समरविक्रमा ने 17 जबकि असलंका ने 22 रन का योगदान दिया. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 43 रन की साझेदारी की. डिसिल्वा और कप्तान दासून शनाका ने क्रीज पर आते ही चौके जड़ें.
धनंजय ने 23वे ओवर में अक्षर के खिलाफ दो चौके लगाकर दबाव को कम किया लेकिन जडेजा ने 26वें ओवर में टीम के रनों का शतक पूरा होने से पहले ही शनाका की नौ रन की पारी को खत्म किया. गेंद से कमाल करने वाले वेलालगे ने इसके बाद धनंजय का शानदार तरीके साथ दिया और दोनों ने आक्रामक रूख अपनाकर दबाव करने की कोशिश की. विकेटों के बीच दौड़कर रन चुराने के साथ ही धनंजय ने अक्षर तो वही वेलालगे ने कुलदीप के खिलाफ शानदार चौका जड़ा. वेलालगे ने कुलदीप के खिलाफ छक्का जड़ा तो वही धनंजय ने बुमराह की गेंद पर दो रन लेकर 52 गेंद में सातवें विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी कर भारतीय कप्तान के चेहरे पर परेशानी बढ़ा दी.
जडेजा ने हालांकि वेलालगे से चौका खाने के बाद डिसिल्वा को आउट कर मैच का रूख भारत की ओर मोड़ दिया. हार्दिक पंड्या ने इसके बाद तीक्षणा(दो रन) तो वही कुलदीप ने तीन गेंद के अंदर कासुन राजिता (एक) और मथीश पथिराना (शून्य) को बोल्ड कर भारत की जीत पक्की कर दी. इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को रोहित और शुभमन गिल ने एक बार फिर शानदार शुरुआत दिलायी. रोहित ने पहले ओवर में तो वहीं गिल ने पांचवें ओवर में कासुन के खिलाफ चौका लगाकर हाथ खोला. रोहित ने सातवें ओवर में इसी गेंदबाज के खिलाफ छक्के के साथ एकदिवसीय में 10000 रन पूरे किये. भारतीय कप्तान ने 248 मैच और 241 वीं पारी में यह आंकड़ा छआ. वह सबसे कम पारियों में 10000 रन पूरा करने के मामले में विराट कोहली (205 पारी) के बाद दूसरे स्थान पर हैं. रोहित ने शनाका के खिलाफ 10वें ओवर में चार चौके लगाये जिससे पावर प्ले में भारतीय टीम का स्कोर 65 रन हो गया. उन्होंने 11वें ओवर में मथीश पथिराना की शॉर्ट गेंद पर अपना चहेता पुल शॉट लगाकर गेंद को दर्शकों के पास भेजा. विकेट की तलाश में शनाका ने गेंद वेलालगे को थमाई और इस खब्बू स्पिनर ने पहली ही गेंद पर गिल को बोल्ड कर दिया.
रोहित ने अगले ओवर में पथिराना की गेंद पर चौका लगाकर 44 गेंद में अपना पचासा पूरा करने के साथ सलामी बल्लेबाज के तौर पर 8000 रन पूरे किये. वेलालगे ने इसके बाद कोहली और रोहित को चलता किया. रोहित ने 48 गेंद की अपनी पारी में सात चौके और दो छक्के लगाये. इशान स्पिनरों के खिलाफ रन बनाने में संघर्ष कर रहे थे तो वही लोकेश राहुल दौड़कर रन बनाने पर जोर दे रहे थे. राहुल ने 57 गेंद की सूखे को खत्म करते हुए 28वें ओवर में वेलालगे की लगातार गेंदों पर चौके लगाये लेकिन इस गेंदबाज ने अपनी गेंद पर कैच लपक कर उनकी 44 गेंद की पारी को खत्म किया. किशन भी इसके बाद ज्यादा देर क्रीज पर नहीं रुक सके और असलंका की गेंद पर वेलागले को कैच थमा दिया. वालेगले ने इसके बाद हार्दिक पंड्या को विकेट के पीछे कैच कराकर पहली बार एकदिवसीय में पांच विकेट चटकाये. असलंका ने रविंद्र जडेजा (चार), जसप्रीत बुमराह (पांच रन) और कुलदीप यादव (शून्य) को पवेलियन की राह दिखा कर भारत की मुश्किलें और बढ़ा दी. मोहम्मद सिराज ने इसके बाद अगले कुछ ओवरों में अक्षर पटेल का अच्छे से साथ दिया. अक्षर ने 49वें ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का जड़ा, टीम के लिए 32वें ओवर के बाद यह पहली बाउंड्री थी. अगले ओवर में तीक्षणा की पहली गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में वह बाउंड्री के पास लपके गये.