उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर और उद्यमी बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री युवा उद्यमी यात्रा का आयोजन कर रही है। यह यात्रा लगभग 2500 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए राज्य के 25 जिलों तक पहुंचेगी और एक करोड़ युवाओं को कौशल विकास व स्वरोजगार के प्रति जागरूक करने का संदेश देगी। यह महत्वाकांक्षी यात्रा 24 जनवरी को लखनऊ से रवाना होगी।

लखनऊ में हुआ शुभारंभ कार्यक्रम
इस यात्रा को लेकर लखनऊ में शुक्रवार को इनविंसिबल (अजेय) भारत-5 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, उद्योग जगत, बैंकिंग सेक्टर, स्किल डेवलपमेंट संस्थानों और स्टार्टअप इकोसिस्टम से जुड़े प्रतिनिधि शामिल हुए। इस अवसर पर युवाओं को वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और बाज़ार से जोड़ने के उद्देश्य से कई अहम समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।
युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित करने की पहल
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी यात्रा 25 जिलों के संस्थागत केंद्रों में पहुंचकर युवाओं को उद्यमी बनने के लिए प्रेरित करेगी। प्रत्येक जिले में दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें कौशल मेला, मल्टी सेक्टर स्किल एवं करियर पवेलियन, ऑन द स्पॉट स्किल रजिस्ट्रेशन, उद्यमिता काउंसिलिंग और विशेष बैंकिंग डेस्क जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
एक करोड़ युवाओं तक पहुंचने का लक्ष्य
इस यात्रा के माध्यम से 25 जिलों में एक करोड़ से अधिक डिजिटल इंप्रेशन, एक लाख से अधिक स्किल रजिस्ट्रेशन और करीब 25 हजार युवाओं को उद्यमिता प्रशिक्षण व मार्गदर्शन देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसका उद्देश्य युवाओं को केवल रोजगार खोजने वाला नहीं, बल्कि रोजगार देने वाला बनाना है।
सरकार और अधिकारियों का दृष्टिकोण
एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने कहा कि सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर आवश्यक कदम उठा रही है, ताकि वे भविष्य में सफल उद्यमी बन सकें। वहीं, उद्योग विभाग के आयुक्त एवं निदेशक के. विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि इनविंसिबल भारत 5.0 – उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री युवा उद्यमी यात्रा कौशल, वित्त और बाज़ार से जोड़कर जिला स्तर पर उद्यमिता को मजबूत करेगी और सरकारी योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर सफल उद्यमों में बदलने में अहम भूमिका निभाएगी।














