संचार नाउ, आगरा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने जनपद आगरा के अधिसूचित क्षेत्र में अरबन सेंटर विकसित करने की बड़ी पहल की है। इसके लिए लगभग 120 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले 38 गांवों को सम्मिलित करते हुए विस्तृत ड्राफ्ट मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है।
दरअसल, इस मास्टर प्लान को तैयार करने के लिए परामर्शदाता संस्था सेंसर्ड ट्रेवेल्स एंड इंजीनियरिंग प्रा. लि. को कार्य सौंपा गया था, जिसने अब मसौदा सौंप दिया है। यह परियोजना आगरा में संतुलित शहरी विकास की ओर एक ठोस कदम है, जो क्षेत्रीय व्यापार, पर्यटन, आवासीय योजना और बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाएगा।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य भूमि उपयोग, परिवहन, कनेक्टिविटी, आर्थिक विकास, पर्यावरणीय स्थिरता, सामाजिक अवसरों, और पर्यटन को एकीकृत रूप से विकसित करना है। यह अरबन सेंटर क्षेत्रीय विकास को नया आयाम देगा और आगरा को वैश्विक स्तर पर नई पहचान प्रदान करेगा।
स्टेकहोल्डर्स कंसल्टेशन वर्कशॉप का आयोजन:
दिनांक 24 जून 2025 को आगरा में प्राधिकरण के उच्च अधिकारियों की उपस्थिति में स्टेकहोल्डर कंसल्टेशन वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय प्रतिनिधियों, विशेषज्ञों, एवं विभागीय अधिकारियों ने भाग लिया और अरबन सेंटर के मास्टर प्लान पर सुझाव दिए। इस कार्यशाला में मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह, मुख्य महाप्रबंधक शैलेन्द्र कुमार भाटिया (आईएएस), विशेष कार्याधिकारी गजेंद्र सिंह (आईआरटीएस) समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
पर्यावरणीय और सामाजिक प्राथमिकता को ध्यान में रखकर विकास:
योजना के तहत कीठम झील ट्रॉपिकल जोन और आसपास के पर्यावरणीय स्थलों को संरक्षित करते हुए, आर्थिक जीवन, आजीविका और जीवन की गुणवत्ता को प्राथमिकता दी गई है। प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि सभी स्टेकहोल्डरों से प्राप्त सुझावों को अंतिम मास्टर प्लान में यथोचित रूप से शामिल किया जाएगा।