आज ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष नवमी तिथि और दिन सोमवार है. आज महेश नवमी, रवि योग है.
पंचांग में सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, ब्रम्ह मुहूर्त, अभिजीत मुहूर्त, विजय महूर्त, गोधूलि मुहूर्त, अमृतकाल, निशिता मूहूर्त जैसे शुभ योग पर विचार करके सभी महत्वपूर्ण कार्य करने का समय सुनिश्चित करना चाहिए. गुरु पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, रवि योग जैसे शुभ योग हैं. आज स्कन्द षष्ठी भी है.
सर्वार्थ सिद्धि योग और रवियोग, पुष्कर योग विशेष शुभ योग माने जाते हैं. महत्वपर्ण कार्यों को तय करते समय राहुकाल, आडल योग, विडाल योग, गुलिक काल, वर्ज्य, यमगंड, दुर्मुहूर्त और भद्रा आदि जैसे अशुभ योगों को पहले से देखकर इनसे बचना चाहिए. भद्रा भी विशेष अशुभ माना जाता है.
आज के पंचांग में आप शुभ मुहूर्त (Aaj Ka Shubh Muhurat) अशुभ मुहूर्त जान सकते हैं.
29 मई 2023- आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang, 29 मई 2023)
शक संवत: 1945
विक्रम संवत: 2080
गुजराती संवत: 2079
आज सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय : 05:24 ए एम
सूर्यास्त : 07:13 पी एम
चंद्रोदय : 01:38 पी एम
चंद्रास्त : 02:11 ए एम, मई 30
पक्ष : शुक्ल पक्ष
तिथि: नवमी – 11:49 ए एम तक
: दशमी
आज का वार : सोमवार
नक्षत्र : उत्तराफाल्गुनी – 04:29 ए एम, मई 30 तक
: हस्त
आज का योग: वज्र – 09:01 पी एम तक
: सिद्धि
करण : कौलव – 11:49 ए एम तक
:तैतिल – 12:33 ए एम, मई 30 तक
चंद्रमास : ज्येष्ठ – पूर्णिमान्त
: ज्येष्ठ – अमान्त
आज के शुभ मुहूर्त (Aaj Ka Shubh Muhurat)
ब्रम्ह मुहूर्त: 04:03 ए एम से 04:44 ए एम
प्रात: संध्या: 04:23 ए एम से 05:24 ए एम
संध्यान्ह संध्या: 07:13 पी एम से 08:14 पी एम
गोधूलि मुहूर्त: 07:11 पी एम से 07:32 पी एम
अभिजीत मुहूर्त: 11:51 ए एम से 12:46 पी एम
विजय महूर्त: 02:37 पी एम से 03:32 पी एम
निशिता मुहूर्त: 11:58 पी एम से 12:39 ए एम, मई 30
अमृत काल : 08:38 पी एम से 10:23 पी एम
सर्वार्थ सिद्धि योग:
रवि योग: संपूर्ण दिन
आज के अशुभ योग ( Todays Ashubh yog)
राहुकाल : 07:08 ए एम से 08:52 ए एम
यमगंड: 10:35 ए एम से 12:19 पी एम
गुलिक काल: 02:02 पी एम से 03:46 पी एम
आडल योग : 05:24 ए एम से 04:29 ए एम, मई 30
विडाल योग: 04:29 ए एम, मई 30 से 05:24 ए एम, मई 30
दुर्मुहूर्त: 12:46 पी एम से 01:41 पी एम
: 03:32 पी एम से 04:27 पी एम
वर्ज्य :10:11 ए एम से 11:55 ए एम
गंड मूल:
भद्रा:
पंचक:
विंछुड़ो:
दिशाशूल: पूर्व
(डिस्क्लेमर : यहां दी गई सभी जानकारियां भारतीय ज्योतिष के सिद्धांतों या अवधारणाओं और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं. SancharNews इसकी पुष्टि नहीं करता. इसके लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.)