Hindi Panchang 30 May 2025: 30 मई का दिन धार्मिक दृष्टि से बेहद खास है. इस दिन ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दवितीया तिथि है. इस दिन गण्ड, सर्वार्थ सिद्धि, रवि योग और पुनवर्सु नक्षत्र जैसे महत्वपूर्ण ग्रह-नक्षत्र बन रहे हैं. आइए जानते हैं शुभ समय, अशुभ काल, राहुकाल, ग्रह स्थिति और विशेष उपाय.
30 मई का पंचांग 2025 (Hindi Panchang 30 May 2025)
तिथि | चतुर्थी (30 मई 2025, रात 11.18 – 31 मई 2025, रात 9.22) |
वार | शुक्रवार |
नक्षत्र | पुनर्वसु |
योग | गण्ड, सर्वार्थ सिद्धि, रवि योग |
सूर्योदय | सुबह 5.25 |
सूर्यास्त | शाम 7.12 |
चंद्रोदय | सुबह 7.08 |
चंद्रोस्त | रात 9.59 |
चंद्र राशि | मिथुन |
राहुकाल और अशुभ समय (Aaj Ka Rahu kaal)
राहुकाल (इसमें शुभ कार्य न करें) | सुबह 10.35 – दोपहर 12.19 |
यमगण्ड काल | दोपहर 3.46 – शाम 5.30 |
आडल योग | सुबह 10.14 – रात 9.22 |
गुलिक काल | सुबह 7.08 – सुबह 8.51 |
शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat): विवाह, व्यापार की शुरुआत, सोना-चांदी, वाहन की खरीदी, नए काम का आरंभ आदि करना शुभ फलदायी होता है.
स्नान-दान महायोग: विनायक चतुर्थी पर गणेश जी को जल अर्पित करें और फिर दूर्वा से हल्दी लेप लगाएं. मान्यता है इससे शुभ कार्य में विघ्न नहीं आते और सफलता मिलती है.
ग्रहों की स्थिति (Grah Gochar 30 May 2025)
सूर्य | वृषभ |
चंद्रमा | मिथुन |
मंगल | कर्क |
बुध | वृषभ |
गुरु | मिथुन |
शुक्र | मीन |
शनि | मीन |
राहु | कुंभ |
केतु | सिंह |
विनायक चतुर्थी का विशेष महत्व (Significance)
- गणेश पुराण के अनुसार इस दिन व्रत करने वालों को सुख-समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद मिलता है.
क्या करें: (Kya Kare)
- इसी के साथ भोग के रूप में मोदक और लड्डुओं का भोग लगाएं. पूजा के दौरान “ॐ गण गणपतये नमः” मंत्र का जप करते रहें.
क्या न करें: (Kya Nahi Kare
- नन्हें बालक-बालिका का तन-मन से दिल न दुखाएं.
- झूठा भोजन किसी को दान में न दें.