मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में शुक्रवार शाम मेरठ कैंट रेलवे स्टेशन उस वक्त दहशत और अफरा-तफरी के माहौल में बदल गया, जब एक नशे में धुत युवक ने अपनी ऑल्टो कार सीधे प्लेटफार्म नंबर एक पर चढ़ा दी। यह घटना करीब 7:30 बजे की है, जब स्टेशन से नौचंदी एक्सप्रेस गुजर रही थी। प्लेटफॉर्म पर अचानक तेज रफ्तार में दौड़ती कार को देखकर यात्री दंग रह गए और चीख-पुकार मच गई। आरोपी ने कार पर अंग्रेजी में फौजी लिखवा रखा है। वह मेरठ में तैनात बागपत जिले का निवासी बताया जा रहा है।
इस घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक युवक ने प्लेटफॉर्म पर लगी कई बेंच तोड़ दी और वेंडरों का सामान तहस-नहस कर दिया। स्टेशन पर मौजूद लोगों ने किसी तरह जान बचाई। वेंडरों ने भागकर खुद को सुरक्षित किया। कार तेज रफ्तार में दौड़ती रही, जिससे कई लोग बाल-बाल बचे। सेना के जवान की पहचान संदीप ढाका के रूप में हुई है। संदीप ढाका की तैनाती मेरठ में ही है और मूलरूप से बागपत जिले का रहने वाला है।
कार जब प्लेटफॉर्म के आखिरी सिरे पर बने फुटओवर ब्रिज के पास पहुंची तो आगे रास्ता बंद देखकर युवक ने कार को बैक करने की कोशिश की। इस दौरान कार पटरी की ओर फिसलते हुए गिरने से बची। मौके पर मौजूद यात्रियों और वेंडरों ने किसी तरह कार को घेर लिया और चाबी निकाल ली। गुस्साए लोगों ने युवक को कार से खींचकर मारपीट भी कर दी। इस अफरातफरी में युवक का मोबाइल फोन भी गायब हो गया।
सूचना मिलते ही आरपीएफ इंस्पेक्टर धर्मवीर सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और युवक को हिरासत में ले लिया। आरोपी को कार समेत थाने ले जाया गया। प्राथमिक जांच में युवक नशे में पाया गया और पूछताछ में खुद को फौज का जवान बता रहा था। इंस्पेक्टर धर्मवीर सिंह ने बताया कि युवक माल गोदाम की तरफ से प्लेटफॉर्म पर चढ़ा था और उसके नशे में होने के स्पष्ट संकेत मिले हैं। इसके बाद उसे हिरासत में लेकर रेल ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
इस घटना ने रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना के समय प्लेटफॉर्म पर कोई भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था। सूचना देने के बाद सिटी स्टेशन से आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची। रेलवे प्रशासन अब यह भी जांच कर रहा है कि युवक वाहन लेकर स्टेशन परिसर में कैसे घुसा और प्लेटफार्म तक पहुंचा।