उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के पिलखनी स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब सहायक कुक कमल सिंह पानी की ऊंची टंकी पर चढ़ गया. उसका आरोप था कि छह महीने से उसे सैलरी और इंक्रीमेंट नहीं मिला है. आर्थिक तंगी और मानसिक दबाव से परेशान होकर उसने आत्मदाह की धमकी दे दी. कमल सिंह का कहना है कि वह आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज से पिलखनी ट्रांसफर होकर आया था.

कमल का आरोप है कि तब से उसे न तो नियमित सैलरी मिली और न ही बढ़ोतरी का लाभ. परिवार का खर्च, बच्चों की पढ़ाई और जरूरतें पूरी न होने से वह हताश हो गया था. आने वाले समय में करवा चौथ और दिवाली जैसे बड़े त्योहार भी हैं, ऐसे में बच्चों की फीस और घर का खर्च कैसे चलेगा. इस चिंता ने उसकी परेशानी और बढ़ा दी है. घटना की जानकारी मिलते ही कॉलेज प्राचार्य, थाना सरसावा पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे.
डेढ़ घंटे की मेहनत के बाद नीचे आया कमल
अधिकारियों ने लगातार उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन शुरू में कमल सिंह किसी की बात सुनने को तैयार नहीं था. इस दौरान टंकी के नीचे खड़ी उसकी भाभी और छोटे बच्चे रो-रोकर उससे नीचे उतरने की गुहार लगाते रहे. करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत और भरोसा दिलाने के बाद आखिरकार कमल सिंह मान गया और सुरक्षित नीचे उतर आया. नीचे आते ही अधिकारियों और कर्मचारियों ने राहत की सांस ली.
पुलिस मामले की जांच में जुटी
सहारनपुर के एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि संबंधित कर्मचारी की सैलरी और इंक्रीमेंट का मामला कॉलेज स्तर पर अटका हुआ है. इस संबंध में जांच की जा रही है. कॉलेज प्रबंधन को निर्देश दिए गए हैं कि कर्मचारियों की समस्याओं को प्राथमिकता से निपटाया जाए. उन्होंने कहा कि समय पर सैलरी न मिलना गंभीर विषय है और इसे हल करना जरूरी है. अन्य कर्मचारियों का कहना है कि सैलरी समय पर न मिलने से नाराजगी बढ़ रही है. उनका कहना है कि अगर समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो ऐसी घटनाएं दोबारा भी सामने आ सकती हैं.