संचार नाउ, ग्रेटर नोएडा | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार अवनीश अवस्थी व जी.एन. सिंह ने सोमवार को यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-28 में विकसित हो रहे मेडिकल डिवाइसेज़ पार्क का निरीक्षण किया। यह पार्क उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जो 350 एकड़ में फैली हुई है और देश का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइसेज़ पार्क बनने की दिशा में अग्रसर है।
प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने दोनों अधिकारियों का स्वागत करते हुए अब तक की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि अब तक 89 भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है, जिनमें से 47 कंपनियों द्वारा रजिस्ट्री, 10 द्वारा नक्शा स्वीकृत, और 7 कंपनियों द्वारा निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। 22 करोड़ का निवेश कर रही एवियंस बायोमेडिकल्स और 80 करोड़ का निवेश कर रही स्योन मेड टेक जैसी कंपनियों ने भी अपनी योजनाएं साझा कीं।
कॉमन साइंटिफिक फैसिलिटीज़ की इमारतें अंतिम चरण में हैं। अवस्थी ने निर्देश दिए कि 15 अगस्त तक सभी कार्यों की प्रगति रिपोर्ट तैयार की जाए। साथ ही RFP के तहत प्री-बिड मीटिंग का प्रावधान भी अनिवार्य रूप से किया जाए। वही जी.एन. सिंह ने प्रस्ताव दिया कि परिसर में मेडिकल डिवाइसेज़ प्रमोशनल काउंसिल, IPC, CDSCO और राज्य औषधि नियंत्रण कार्यालय को भी स्थान दिया जाए, जिससे कंपनियों को लाइसेंस, प्रमाणपत्र और प्रशिक्षण संबंधी मदद मिल सके।
बैठक में मुख्य कार्यपालक अधिकारी सहित प्राधिकरण के कपिल सिंह, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, शैलेंद्र भाटिया विशेष कार्याधिकारी, शैलेंद्र कुमार सिंह विशेष कार्याधिकारी, प्रवीण मित्तल, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एमडीपी प्रमोशनल कौंसिल, राजेंद्र भाटी महा प्रबंधक परियोजना, मेहराम सिंह विशेष कार्याधिकारी, चीफ इंजीनियर यूपीपीसीएल, स्मिता सिंह एजीएम, सहित अजय सचान, डॉ. सेल्वराजन, और राज्य औषधि नियंत्रक समेत कई अधिकारी और कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।