बांदा। फरार चल रहे खनन माफिया विपुल त्यागी को गिरफ्तार कर पैलानी पुलिस ने जेल भेज दिया। गैंग बनाकर अवैध बालू खनन और परिवहन करने के आरोप में विपुल त्यागी सहित 19 आरोपियों पर गैंगेस्टर की कार्रवाई की गई है।
अमलोर खदान में अवैध खनन और परिवहन का मामला
जनपद के अमलोर खदान खंड संख्या सात का पट्टा बालू माफिया गाजियाबाद के नूर नगर सिहानी निवासी विपुल त्यागी के नाम पर था। विपुल का आतंक इस कदर हावी था कि कोई भी इसके खिलाफ शिकायत करने की हिम्मत नही कर पाता था। हर समय उसके साथ प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों की फौज रहती थी।
वह गिरोहबंद साथियों के साथ मिलकर खुलेआम अवैध खनन और परिवहन करता था। तेजतर्रार तत्कालीन एसडीएम सुरभि शर्मा के नेतृत्व में नीली बत्तियों को ढककर प्रशासन ने उसकी खदान में छापामार कार्यवाही की और 20 नवंबर 2021 को विपुल के विरुद्ध अवैध खनन व परिवहन का मुकदमा दर्ज हुआ था।
आठ मई 2022 को पुलिस ने उसके खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की थी, तब से वह फरार था। पैलानी थाना प्रभारी संदीप सिंह ने बताया कि खनन माफिया विपुल त्यागी खनन गिरोह के साथ मिलकर खनन पट्टा धारकों के सहयोग से अवैध तरीके से बालू की चोरी और खनन करके लोक संपत्ति का नुकसान करता है और पेशेवर अपराधी है।
उन्होंने बताया कि पैलानी डेरा के पास से विपुल को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया गया है। गिरोह के सभी 19 सदस्यों के विरुद्ध गैंगस्टर की रिपोर्ट दर्ज की गई है।