आपको केरल स्टोरी तो याद होगी. ऐसा ही एक मामला यूपी में सामने आया है. यूपी के बरेली में भी अमान और नौशाद अपनी पहचान छिपाकर राहुल और सतीश के नाम से नए-नए शिकार की तलाश कर रहे थे. ये दोनों ही इस तलाश में थे कि बरेली में कैसे धोखे से लड़कियों को अपने चंगुल में फंसाया जाए और कैसे लव जिहाद को आगे बढ़ाया जाए. लेकिन इनका भंडा फूट गया….कैसे..पढ़िए ये खास रिपोर्ट
हाथों में तख्ती लिए दो लड़के यूपी में नई केरल स्टोरी लिखने की लगातार साज़िश रच रहे थे. वे अपने नाम राहुल और सतीश बता रहे थे लेकिन जब जांच हुई तो उनका नाम अमान और नौशाद निकला. वे दोनों नाम बदलकर बरेली में लव जिहाद पर निकले हुए थे. जबकि पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद इनकी असली पहचान अमान और नौशाद के तौर पर निकली.
सोशल मीडिया पर लड़कियों को फंसाते थे आरोपी!
सच केवल इतना ही नहीं है कि ये नाम बदल कर बरेली की सड़कों पर अपना शिकार ढूंढ रहे थे. बल्कि ठीक वैसी ही कहानी गढ़ रहे थे. जैसा केरल में होता आया है. आपको बता दें कि ये दोनों ही आरोपी अपनी असली पहचान छिपाकर युवतियों को सोशल मीडिया पर फंसाते थे और अपनी हवस का शिकार बनाते थे.
यही नहीं ये दोनों शातिर लड़कियों को ब्लैकमेल भी करते थे ताकि उन्हें नापाक कामों के लिए इस्तेमाल किया जा सके. नौशाद के पास से 5 आधार कार्ड 5 इंस्टाग्राम आईडी मिली है. वहीं अमान से 3 आधार कार्ड और अन्य कई तरह की आईडी बरामद हुई है. साथ ही कई तरह का आपत्तिजनक वीडियो भी मिला है.
30 लड़कियों के संपर्क में थे अमान और नौशाद
सीओ सिटी देवेंद्र सिंह के मुताबिक पकड़े गए दोनों आरोपी करीब 30 लड़कियों के संपर्क में थे, जिनमें ज्यादातर दूसरे धर्मों से जुड़ी थी. नौशान और अमान का पकड़े जा पाना इतना आसान नहीं था. लेकिन अचानक ही एक विवाद ने इनकी जिहादी सोच का भंडाफोड़ कर दिया..यहीं से इस बात का भी खुलासा हुआ कि ये लोग केरल से ट्रेनिंग लेकर आए थे.. यहां ये एक नाई की दुकान में ट्रेनिंग ले रहे थे. जिसके बाद ये हिंदू लड़कियों को फंसा रहे थे.
पुलिस के मुताबिक दो लड़कियों और इन आरोपियों के बीच जमकर विवाद चल रहा था. इस बीच हिंदू सगंठन की इस बहसबाजी पर नज़र गई तो दबाव में इन आरोपियों ने अपनी असली पहचान बताई. इसके बाद यह सारा मामला पुलिस तक पहुंचा और उन्हें अरेस्ट कर लिया गया. आपको याद दिला दें कि केरल में इसी तरह से कई घटनाएं हो चुकी हैं जब धर्म परिवर्तन कराने के लिए लव जिहाद के जरिए कई लड़कियों को मजबूर किया गया.
क्या यूपी में केरल स्टोरी जैसे बड़े खुलासे होंगे?
वैसे मुस्लिम धर्मगुरुओं के मुताबिक शरीयत में पहचान छिपाना गलत है. आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी का कहना है कि मुस्लिन नौजवान अपनी पहचान ना छिपाएं. शरीयत ने उन्हें असूलों के साथ रहने को कहा है. पहचान छिपाना गलत है.. हिंदू नौजवान भी अपनी पहचान ना छिपाएं. देखना ये है कि आगे की जांच के बाद क्या यूपी में भी कोई केरल स्टोरी जैसी बड़े खुलासे और होंगे.